मेडिकल सीटों की संख्या में इजाफा, मध्य प्रदेश को मिलेगा बड़ा फायदा

केंद्रीय बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मेडिकल कॉलेजों में 10 हजार सीटें बढ़ाने की घोषणा की है, जिससे छात्रों को राहत मिलेगी। इसके साथ ही, मध्य प्रदेश के मेडिकल शिक्षा में भी तेजी से विस्तार हो रहा होगा।

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Kaushiki
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भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट 2025 पेश किया, जिसमें उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इनमें सबसे अहम घोषणा मेडिकल कॉलेजों में 10 हजार अतिरिक्त सीटों की थी, जो अगले पांच सालों में जोड़ी जाएंगी।

यह कदम विशेष रूप से उन छात्रों के लिए राहत का संदेश लेकर आया है, जो मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं लेकिन सरकारी कॉलेजों में सीटों की कमी के कारण मुश्किलों का सामना करते हैं। इस घोषणा से पूरे देश के छात्रों को फायदा होगा, लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उन राज्यों में देखने को मिलेगा, जहां मेडिकल कॉलेजों में कम सीटें हैं।

मेडिकल सीटों पर सरकार का कदम

भारत में मेडिकल शिक्षा को लेकर हमेशा ही भारी होड़ रही है। सरकारी कॉलेजों में सीटों की कमी के कारण हर साल लाखों छात्र नीट (NEET) परीक्षा में प्रवेश पाने के लिए संघर्ष करते हैं। खासकर, प्राइवेट कॉलेजों में मेडिकल शिक्षा की उच्च लागत के कारण, बहुत से छात्र इस रास्ते पर नहीं जा सकते।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में यह घोषणा की कि अगले पांच सालों में देशभर में 10 हजार एमबीबीएस (MBBS) सीटों का इजाफा किया जाएगा। इसके साथ ही, पोस्ट-ग्रेजुएट सीटों में भी बढ़ोतरी होगी, जिससे छात्रों को और अधिक मौके मिलेंगे।

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मध्य प्रदेश में मेडिकल शिक्षा का तेजी से विस्तार

मध्य प्रदेश में मेडिकल शिक्षा का तेजी से विस्तार हो रहा है। बता दें कि, अभी प्रदेश में 36 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें 21 सरकारी और 15 निजी हैं। सरकारी कॉलेजों में कुल 2 हजार 425 एमबीबीएस सीटें हैं, जिनमें हाल ही में सिवनी, मंदसौर और नीमच में नए कॉलेजों की शुरुआत से बढ़ोतरी हुई है। 

वहीं, निजी कॉलेजों में 2 हजार 450 एमबीबीएस सीटें हैं। ऐसे में अगले साल से 5 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज (बुधनी, मंडला, श्योपुर, सिंगरौली, राजगढ़) शुरू होंगे, जिनमें कुल 750 नई सीटें होंगी। इसके साथ ही, 12 नए निजी मेडिकल कॉलेज भी शुरू किए जाएंगे, जिनसे 1,200 सीटें बढ़ेंगी। इस विस्तार के बाद, प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 48 हो जाएगी और कुल एमबीबीएस सीटें बढ़कर 4,875 हो जाएंगी।

क्या है मौजूदा स्थिति

मौजूदा वक्त में, भारत में कुल 1 लाख 12 हजार 112 एमबीबीएस सीटें हैं, जिन पर हर साल छात्रों का जमावड़ा रहता है। नीट परीक्षा के जरिए इन सीटों पर एडमिशन दिए जाते हैं। मोदी सरकार के शासन में 2014 के बाद से मेडिकल कॉलेजों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। बता दें कि, वर्ष 2014 तक देश में कुल 38 हजार 737 मेडिकल कॉलेज थे, जो अब बढ़कर 731 हो गए हैं। इसके अलावा, पोस्ट-ग्रेजुएट सीटों की संख्या भी 2014 तक 31 हजार 185 से बढ़कर 7 72 हजार 627 हो गई है।

बजट से किसे मिलेगा ज्यादा फायदा

इस फैसले का फायदा देश के सभी राज्यों के छात्रों को होगा। केंद्र सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि मेडिकल कॉलेजों में बढ़ी हुई सीटों का लाभ हर राज्य के छात्रों को मिले। एम्स (AIIMS- All India Institute of Medical Sciences) और अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और पोस्ट-ग्रेजुएट सीटें बढ़ेंगी, जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण मेडिकल शिक्षा सरकारी कॉलेजों में ही मिल सकेगी। विशेष रूप से उन राज्यों को यह फैसला लाभकारी होगा जहां मेडिकल कॉलेजों की संख्या कम थी या जहां छात्रों को सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिलने में कठिनाई होती थी।

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नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और AI शिक्षा

आपको बता दें कि, इसके साथ ही वित्त मंत्री ने आईआईटी (IIT) के लिए 6,500 सीटों की वृद्धि का भी ऐलान किया है और देशभर में 3 नए AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा, AI शिक्षा के लिए 500 करोड़ रुपए का बजट भी दिया जाएगा, जो छात्रों को इस क्षेत्र में नई दिशा देगा। इस कदम से मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के साथ-साथ अन्य तकनीकी क्षेत्रों में भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

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मेडिकल क्षेत्र में राहत, शिक्षा को मिलेगी नई दिशा

यह कदम शिक्षा क्षेत्र को मजबूती देने के साथ-साथ छात्रों के लिए अधिक अवसर पैदा करेगा। मेडिकल शिक्षा में सीटों की बढ़ोतरी से प्राइवेट कॉलेजों की बढ़ती फीस का बोझ भी कम होगा, क्योंकि छात्रों को अब सरकारी कॉलेजों में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी। इससे छात्रों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने के लिए अच्छे अवसर भी मिलेंगे।

FAQ

क्या वित्त मंत्री ने मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाने की घोषणा की?
हां, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025 के केंद्रीय बजट में मेडिकल कॉलेजों में 10,000 सीटों की वृद्धि करने का ऐलान किया है।
ये सीटें कब तक बढ़ाई जाएंगी?
ये अतिरिक्त सीटें अगले पांच सालों में जोड़ी जाएंगी।
किन राज्यों को ज्यादा फायदा होगा?
केंद्र सरकार ने सुनिश्चित किया है कि सभी राज्यों के छात्रों को इस फैसले का लाभ मिलेगा, विशेष रूप से उन राज्यों को जो मेडिकल सीटों की कमी से जूझ रहे हैं।
क्या ये बढ़ी हुई सीटें एमबीबीएस और पीजी दोनों के लिए होंगी?
हां, मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और पोस्ट-ग्रेजुएट (पीजी) सीटों दोनों में वृद्धि की जाएगी।
बजट में अन्य किस क्षेत्र के लिए घोषणाएं की गईं?
वित्त मंत्री ने आईआईटी में 6,500 सीटों की वृद्धि और AI शिक्षा के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट भी पेश किया।

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