/sootr/media/media_files/2025/01/25/IfmLO2d3IrNM5OQBqcyW.jpg)
mp board exam
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) पूरक परीक्षा प्रणाली (Supplementary Examination System) में कुछ जरूरी बदलाव कर सकता है। इस नई व्यवस्था के तहत, अगर कोई छात्र मुख्य परीक्षा में सफल होता है लेकिन उसके अंक संतोषजनक नहीं होते, तो वो 4 महीने बाद आयोजित एक अतिरिक्त परीक्षा (additional examination) में शामिल हो सकता है।
खास बात ये है कि इस परीक्षा में उन छात्रों को भी शामिल होने का मौका मिलेगा जो सभी विषयों में फेल हो गए हैं। इस निर्णय को एमपी बोर्ड की कार्यपालिका समिति (executive committee) ने मंजूरी दे दी है। इस नए सिस्टम से छात्रों को बेहतर अवसर मिलेगा, जिससे वे अपनी कमियों को दूर कर सकेंगे और अपने साल को खराब होने से बचा सकेंगे। ये हैं कुछ जरूरी बातें...
खबर ये भी- MP News | 10वीं-12वीं प्री-बोर्ड के सभी पेपर लीक, एग्जाम से पहले सोशल मीडिया पर पेपर हुए वायरल
नई व्यवस्था की आवश्यकता और प्रभावी तिथि
इस नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य छात्रों का साल खराब होने से बचाना है। इसे इस शिक्षण सत्र से ही लागू करने की योजना है। ये व्यवस्था हाईस्कूल (10वीं) और हायर सेकंडरी (12वीं) दोनों कक्षाओं के लिए लागू होगी। ये कदम छात्रों को एक और मौका देगा ताकि वे अपने अंक सुधार सकें और फेल होने से बच सकें।
समय सारणी में बदलाव
एमपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए मॉडर्न टाइम टेबल जारी किया है। 19 मार्च को होने वाली परीक्षा अब 21 मार्च को आयोजित होगी, क्योंकि 19 मार्च को रंगपंचमी का त्योहार है। इस दिन 10वीं कक्षा की विज्ञान (Science) और 12वीं कक्षा की एनएसक्यूएफ (NSQF) और शारीरिक शिक्षा (physical education) की परीक्षाएं होंगी। परीक्षा का समय सुबह 9 से 12 बजे तक रहेगा।
सप्लीमेंट्री परीक्षा में छात्र संख्या
हर साल लगभग 3 लाख छात्र 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में सप्लीमेंट्री (पूरक) परीक्षा देते हैं। वहीं, 5 लाख छात्र पूरी तरह से फेल हो जाते हैं।
खबर ये भी-सुपर 5000 योजना, 10वीं-12वीं पास छात्रों को मिलेंगे 25 हजार रुपए, जानें पूरी प्रोसेस
कम अंक आने पर फिर से परीक्षा देने का मौका
अगर किसी छात्र को किसी जरूरी विषय में कम अंक आते हैं, तो वो भी इस परीक्षा में शामिल हो सकता है। लेकिन इसके लिए उसे सभी विषयों की परीक्षा देनी होगी। केवल उन विषयों की परीक्षा दी जा सकेगी जिनमें छात्र की सप्लीमेंट्री आई हो।
अंक सुधारने का मौका
यदि कोई छात्र अंक सुधार के लिए दूसरी परीक्षा में शामिल होता है और उसमें फेल हो जाता है, तो दूसरी परीक्षा के अंक ही मान्य होंगे। परीक्षा में शामिल होने से पहले छात्र को ये लिखित में देना होगा कि वो अपनी श्रेणी सुधार के लिए परीक्षा में भाग ले रहा है।
खबर ये भी-MPBSE ने हाई स्कूल-हायर सेकंडरी परीक्षा में पेपर की तारीख बदली, जानें कब होंगे पेपर
फेल होने पर छात्रों के लिए परीक्षा के विकल्प
यदि किसी छात्र ने तीन या उससे अधिक विषयों में फेल होने के बाद परीक्षा दी है, तो उसे उन ही विषयों की परीक्षा देनी होगी जिनमें वो फेल हैं। छात्र किसी अन्य विषय में परीक्षा देने के लिए मान्य नहीं होंगे, जब तक कि वो उस विषय में फेल न हों।
फेल होने के बाद क्या करें
जो छात्र सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी फेल हो जाते हैं, उनके लिए मध्य प्रदेश राज्य ओपन स्कूल द्वारा "रुक जाना नहीं" योजना चलाई जाती है। इसके तहत, छात्र साल में दो बार फेल हुए विषयों की परीक्षा देकर पास हो सकते हैं।
खबर ये भी- MP Board : 9वीं-11वीं के छात्र 15 अप्रैल से पहले कर लें ये काम
FAQ
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक