BHOPAL. 5वीं-8वीं कक्षा के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी को राज्य शिक्षा केंद्र यानी आरएसके ने गलती स्वीकार की है। पूरे मामले में अब विभाग बैकफुट पर आ गया है। 5वी और 8वी कक्षा के ऐसे स्टूडेंट जो एक या दो विषय में फेल हुए हैं उनकी कॉपी की जांच दोबारा कर रीटोटलिंग की जाएगी। 23 मई को इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने विस्तृत आदेश भी जारी कर दिया है। बता दें कि द सूत्र ने 19 मई को इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था कि कैसे पहली बार जिले के कई स्कूलों का रिजल्ट जीरो आ गया है। जिससे हजारों बच्चों का भविष्य खतरे में है। बता दें कि मध्यप्रदेश में 13 साल बाद कक्षा 5वी और 8वी की बोर्ड परीक्षा आयोजित की गई थी।
30 मई तक होगी कॉपी की जांच, 5 जून को रिजल्ट
राज्य शिक्षा केंद्र यानी आरएसके ने कॉपी जांचने संबंधी आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें स्टूडेंट या संबंधित स्कूलों को अपनी ओर से कुछ नहीं करना है। आरएसके ने ऐसे बच्चों की सूची डीपीसी, बीआरसी और केंद्र प्रभारी को उपलब्ध करा दी है, जो 1 या 2 विषय में फेल हुए हैं। केंद्र प्रभारी इन बच्चों की उत्तरपुस्तिकाओं को निकलवाकर कॉपी जांचने की प्रक्रिया शुरू करवाएंगे। 26 मई से 30 मई तक ऐसे स्टूडेंट जो 1 या 2 विषय में फेल हुए हैं उनकी कॉपी का रीवेल्यूवेशन, रीटोटलिंग और रीएंट्री का काम किया जाएगा। संशोधित रिजल्ट 5 जून को आरएसके द्वारा जारी किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में पहले जो अंक मिले थे उसे कम नहीं किया जाएगा। 5 जून के रिजल्ट के बाद भी यदि किसी स्टूडेंट को लगता है कि उसकी कॉपी की जांच सही नहीं हुई है तो वह अपनी कॉपी का अवलोकन कर सकता है।
हजारों बच्चों का भविष्य लगा है दांव पर
राज्य शिक्षा केंद्र ने 15 मई को कक्षा 5वी और 8वी कक्षा का रिजल्ट जारी किया था। हरदा जिले में अकेले हरदा विकासखण्ड की ही बात करें तो यहां 8 से 10 स्कूलों का रिजल्ट जीरो आया है। सांई आस्था इंटरनेशनल, इंटर पब्लिक स्कूल, वनस्थली एकेडमी, सेंट जॉन्स स्कूल, लाल बहादुर शास्त्री स्कूल में कक्षा 8वी का रिजल्ट जीरो है। इसी तरह कई स्कूलों का 5वी कक्षा का रिजल्ट जीरो है। उज्जैन में 52 स्कूलों का कक्षा 8 में रिजल्ट जीरो आया है। इन स्कूलों के 449 स्टूडेंट ने परीक्षा दी थी और सब के सब फेल हो गए। इसी तरह 78 स्कूलों का कक्षा 5वी का रिजल्ट जीरो आया है। इन स्कूलों के 614 बच्चों ने परीक्षा दी और सभी फेल हो गए हैं। जिले के माखननगर ब्लॉक के आरी ग्राम में बीजेपी के मंडल अध्यक्ष मनीष चतुर्वेदी का एक्सीलेंस कॉन्वेंट स्कूल है। इसका रिजल्ट भी जीरो आया है। वहीं माखननगर के सेंटमेरी स्कूल का रिजल्ट भी जीरो आया है। नर्मदापुरम जिले के और भी विकासखण्डों की सही स्थिति है। राज्य शिक्षा केंद्र यानी आरएसके की लापरवाही की वजह से हजारों बच्चों का भविष्य दाव पर लग गया है। कक्षा 5वी में 11 लाख 79 हजार 883 और कक्षा 8वी में 10 लाख 66 हजार 405 स्टूडेंट ने इस बार बोर्ड परीक्षा दी। बड़ी संख्या में बच्चे फेल हुए हैं।
गलती तो सुधार रहे पर यह सवाल तो अब भी खड़े
- बीच सत्र में बोर्ड परीक्षा क्यों घोषित की?
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने दी आंदोलन की चेतावनी
सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स के संस्थापक दीपक राजपूत ने कहा कि हम पहले दिन से ही कह रहे हैं की रिजल्ट ठीक से नहीं बना आखिर आज राज्य शिक्षा केंद्र ने मान ही लिया की त्रुटि हुई है। सुधार योग्य है। राज्य शिक्षा केंद्र को चाहिए इस प्रकार के प्रयोग तत्काल प्रभाव से रोके पांचवी आठवीं बोर्ड खत्म कर विद्यालय स्तर पर अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं प्रोजेक्ट के आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार हो। संगठन मांग करता है शीघ्र विद्यार्थियों के साथ में न्याय हो अन्यथा हम उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे अन्यथा अगला आंदोलन जन आंदोलन होगा उसमें विद्यार्थियों से लेकर पालक भी शामिल होंगे।