भोपाल. 5 अक्टूबर को साल 2021 के लिए भौतिकी (Physics) के नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) का ऐलान कर दिया गया है। इस साल का नोबेल स्युकुरो मनाबे (Syukuro Manabe), क्लॉस हेसलमैन (Klaus Hasselmann) और जियॉर्जियो परिसी को दिया गया है। तीनों को यह पुरुस्कार संयुक्त रुप से मिला है। इन तीनों साइंटिस्ट ने जटिल फिजिकल सिस्टम को समझने के लिए जरूरी अहम खोजें की थी।
क्लाइमेट चेंज और ग्रहों का फिजिकल सिस्टम-खोज
द नोबेल प्राइस की ओर से बताया गया कि स्युकुरो मनाबे और क्लॉस हेसलमैन ने धरती (Earth) की जलवायु (Climate) का फिजिकल मॉडल तैयार किया है, जिससे इसमें होने वाले बदलाव पर नजर रखी जा सकती है और ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Warming) का अनुमान लगाया जा सकता है। वहीं, परिसी ने अणुओं से लेकर ग्रहों तक के फिजिकल सिस्टम में होने वाले तेज बदलाव और विकारों के बीच की गतिविधि को दिखाया।
आधा हिस्सा परिसी को, बाकी आधा दोनों को
द नोबेल प्राइस के ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए बताया गया है कि मनाबे और हेसलमैन को संयुक्त रूप से फिजिक्स नोबेल प्राइस का आधा हिस्सा दिया गया है। इनके अलावा फिजिक्स नोबेल प्राइस का बाकी का आधा हिस्सा जियॉर्जियो परिसी को मिला है।
BREAKING NEWS:
The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2021 #NobelPrize in Physics to Syukuro Manabe, Klaus Hasselmann and Giorgio Parisi “for groundbreaking contributions to our understanding of complex physical systems.” pic.twitter.com/At6ZeLmwa5— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 5, 2021
भौतिकी में पहला पुरस्कार रॉन्टजन को मिला था
1901 में पहली बार नोबेल पुरस्कार दिए गए थे। भौतिक शास्त्र में पहला नोबेल विल्हेम रॉन्टजन को X-Ray की खोज के लिए मिला था। नोबेल के इतिहास में सिर्फ मैरी क्यूरी इकलौती वैज्ञानिक हैं, जिन्हें भौतिकी और रसायन दोनों के लिए नोबेल मिला। मैरी क्यूरी को भौतिकी में रेडियो एक्टिविटी की खोज के लिए अपने पति पियरे क्यूरी के साथ पुरस्कार मिला। इसके बाद रसायन में रेडियम की खोज के लिए उन्होंने पुरस्कार जीता।