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BHOPAL. विदिशा में जिला शिक्षा अधिकारी जीपी राठी की लापरवाही से 97 स्कूलों के बच्चे कंम्प्यूटर आधारित तकनीकी शिक्षा से वंचित हो गए। जीपी राठी की वजह से 97 स्कूलों में ICTB लैब नहीं बन सकी। ICTB लैब में बच्चों को कंप्यूटर्स के जरिए पढ़ाया जाना था। जांच में दोषी पाए गए जीपी राठी को सस्पेंड कर दिया गया है। विजय चौधरी को प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बनाया गया है।
151 स्कूलों में से सिर्फ 54 में शुरू हुआ मेंटनेस कार्य
विदिशा के 151 स्कूलों में ICTB लैब खोली जानी थी जिसमें से सिर्फ 54 स्कूलों में ही मेंटेनेंस का कार्य शुरू हो पाया। इसमें से भी 23 ठेकेदारों को भुगतान किया गया और 31 स्कूलों में काम होने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया। वहीं 97 स्कूलों में ICTB लैब बनाने का कार्य शुरू नहीं हुआ है। जांच समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी जीपी राठी को पूरी तरह से दोषी पाया है।
जिला शिक्षा अधिकारी जीपी राठी ने नहीं दिया नोटिस का जवाब
ICTB लैब निर्माण कार्य में हो रही लापरवाही को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इस नोटिस का जीपी राठी ने जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझा। इसके बाद लोक शिक्षण संचालनालय ने जिला शिक्षा अधिकारी मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई।
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स्कूलों में ICTB लैब के लिए विदिशा को मिले थे 4 करोड़ 53 लाख
छात्रों को बेहतर तकनीकी शिक्षा देने के लिए सरकार ने विदिशा के 151 स्कूलों में ICTB लैब बनाने का फैसला किया था। इसके लिए हर स्कूल को 3 लाख रुपए दिए जाने थे। शासन ने विदिशा को 4 करोड़ 53 लाख रुपए की राशि आवंटित की थी।