BHOPAL. साल के आखिर में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव के नजरिए से सियासी माहौल का आंकलन आरंभ किए हुए सात महीने हो चुके हैं। दांव-पेच के चलते ‘‘राजनीतिक इंडेक्स’’ में लगातार उतार-चढ़ाव परिलक्षित होते दिख रहा है। आश्चर्यजनक रूप से सबको अचंभित कर देने वाला कदम बीजेपी द्वारा घोषित 39 उम्मीदवारों की सूची सामने आने के बाद कई जगह विरोध के स्वर बढ़ते जा रहे हैं, तो कहीं-कहीं खुलकर विरोध भी सामने आने लगा है। कम से कम 12 विधानसभा क्षेत्रों में विरोध प्रारंभ हो गया है। मंत्रिमंडल के विस्तार का कदम उठाकर पार्टी ने स्वयं अपने लिए नई मुसीबतें मोल ले ली हैं। ‘‘एक अनार सौ बीमार’’ के चलते मंत्रिमंडल के चार सदस्यों का अंतिम रूप से नाम तय करना मुश्किल होते जा रहा था। अतंतः मुख्यमंत्री ने तीन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाकर कुछ जातिगत व क्षेत्रीय समीकरण साधने का प्रयास अवश्य किया है। शिवराज सिंह की राहुल लोधी को मंत्रिमंडल में शामिल करने की पहल को पूर्व मुख्यमंत्री उमाश्री भारती से संबंधों को सुधारने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है, जिसका फायदा उन्हे चुनाव में अवश्य मिल सकता है। मंत्रिमंडल का एक मात्र शेष पद रिक्त रखना सत्तालोलुप लालची विधायकों के स्वप्न (लॉलीपॉप) को जिंदा रखने का प्रयास ही कहा जा सकता है।
शिवराज की चुनावी घोषणाओं का फायदा मिलेगा ?
जाम सांवरी में ‘‘हनुमान लोक’’ की घोषणा के साथ अभी तक कुल 13 लोक घोषित हो चुके हैं। मध्यप्रदेश में यह ‘‘लोकों की नीति’’ व राजनीति से शिवराज सिंह बीजेपी को कैसे फायदा दिलाएंगे, यह भी देखने की बात होगी। शिवराज सिंह लगातार सौगातों की बौछार कर रहे हैं। अब सावन की सौगात की बौछार लगा दी है।
- 1. लाड़ली बहन योजना की राशि 1000 से बढ़कर 1250 रुपए कर दी गई।
जनसंख्या की लगभग आधी संख्या महिलाओं के प्रति उनका विशेष लगाव अब स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होते दिखाई दे रहा है। शिवराज सिंह चौहान ने सावन की सौगात के रूप में महिलाओं को कई सुविधाएं देने की घोषणा की है। मतलब साफ है ‘‘शक्ति की पूजा का त्यौहार’’ चुनाव के पूर्व अभी आने वाला है, परन्तु शिवराज ने महिलाओं की शक्ति के आगे नतमस्तक होकर घोषणा रूपी मालाओं से ‘‘शक्ति की देवी’’ की पूजा की है तो विधानसभा चुनाव में इसका असर पड़ना भी सुनिश्चित ही है।
मतदाताओं से कमलनाथ के 11 वचन
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ‘‘कृषक न्याय योजना’’ की घोषणा की जिसमें किसानों को ये 5 सुविधाएं मिलेंगी।
- 1. 5 हॉर्स पावर तक बिजली निःशुल्क।
साथ ही शिवराज सिंह की घोषणाओं के प्रतिउत्तर में कमलनाथ ने भी 11 वचन पत्र जारी कर दिए हैं। शिवराज सिंह की रक्षाबंधन की सत्ता बंधन की सावन की घोषणा की बौछार के प्रत्युत्तर में कमलनाथ ने भी 11 वचन पत्र जारी कर दिए है।
- 1. महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे।
घोषणाओं- वचनों पर जनता कितना भरोसा करेगी ?
घोषणा पत्र, वचन पत्र, आश्वासन पत्र, रेवड़ी, मुफ्त, गारंटी या अन्य किसी नाम से संबोधन किए जाने वाले जनता को दिए गए चुनाव पूर्व आश्वासनों, वचन पत्र, गारंटी योजना पर धरातल पर जनता कितना विश्वास करेगी? इसका निष्कर्ष चुनाव परिणामों से ही सामने आएगा। फिर भी ये आश्वासन चुनाव परिणाम की दशा को कुछ सीमा तक ही दिशा दे पाएंगे। चुनाव परिणाम की निश्चित दिशा तो जात-पात, पैसा, बाहुबल जो राजनीति के पोषक तत्व होते हैं, वो देते है। कभी जनता इन सबसे ऊपर उठाकर स्वविवेक का उपयोग कर मताधिकार कर ले, तब बात अलग है। परिणाम की दृष्टि से कमोवेश अभी भी दोनों पार्टियां सत्ता की दौड़ में बराबरी पर हैं। परन्तु यदि बीजेपी की तुलना में कांग्रेस की सुस्ती जमीनी धरातल पर अभी भी वैसी ही रही, जहां बीजेपी जमीनी स्तर पर तेजी से कार्य योजना बनाते जा रही हैं। तो समय बीतते-बीतते बीजेपी यदि बढ़त प्राप्त कर ले तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
(लेखक वरिष्ठ कर सलाहकार एवं बैतूल सुधार न्यास के पूर्व अध्यक्ष हैं, email:rajeevak2@gmail.com, Blog:www.aandolan.com)