New Delhi. 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर एनडीए की 18 जुलाई को दिल्ली में हुई बैठक के बाद बीजेपी ने अब नई रणनीति बनाई है। एनडीए के सभी सांसदों के दस समूह बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी NDA सांसदों के दसों समूहों से बारी-बारी मुलाकात कर 2024 के चुनाव पर चर्चा करेंगे। इन बैठकों की शुरुआत 25 जुलाई से होगी। हर बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। प्रत्येक समूह में 35-40 सांसद हैं। पहले दिन उत्तर प्रदेश व पूर्वोत्तर पर मंथन करेंगे।
सांसद बताएंगे अपने क्षेत्र का हाल
18 जुलाई को एनडीए की बैठक में मोदी के साथ मिलकर सभी दलों ने लोकसभा चुनाव समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा की थी। अब मामले में एनडीए सांसदों के 10 अलग-अलग ग्रुप बनाए गए हैं। हर ग्रुप प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक करेगा, जिसमें सभी सांसद अपने क्षेत्रों को लेकर पीएम मोदी को जानकारी देंगे। यह भी बताएंगे कि जनता में सरकार के प्रति रवैया कैसा है।
हर दिन दो अलग-अलग रीजन की बैठक
25 जुलाई से बैठकें शुरू की जा रही हैं। इसमें प्रतिदिन दो अलग-अलग रीजन की बैठक होगी। सबसे पहले उत्तर प्रदेश और नॉर्थ ईस्ट की बैठक होगी। बैठक में यहां के सांसद मौजूद रहेंगे। हर ग्रुप में 35 से 40 सांसद मौजूद रहेंगे। देशभर में ये बैठकें 25 जुलाई से शुरू होंगी, जो 3 अगस्त तक चलेंगी।
वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों को समन्वय की जिम्मेदारी
एनडीए के 25 साल पूरे होने के मौके पर बैठकें की जा रही हैं। सांसदों को कहा है कि वे अपने कामकाज के बारे में रिपोर्ट तैयार कर ला सकते हैं। इस दौरान सांसदों से जमीनी स्तर का फीडबैक लिया जाएगा। मामले में समन्वय की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों को दी गई है। उत्तर प्रदेश की पहली बैठक में संजीव बालियान और अजय भट्ट को जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी की तरफ से महासचिव तरुण चुग और सचिव ऋतुराज सिन्हा समन्वय करेंगे। अनुराग सिंह ठाकुर, प्रह्लाद जोशी, नित्यानंद राय, धर्मेंद्र प्रधान और सर्बानांद सोनोवाल को भी अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
एनडीए मोदी पर जता चुका है भरोसा
बीजेपी नीत गठबंधन एनडीए ने हाल ही में दिल्ली में हुई बैठक में कहा था कि देश विपक्षी दलों के झूठ, अफवाहों और बेबुनियाद आरोपों को खारिज करते हुए एनडीए गठबंधन के नेतृत्व में विश्वास जता रहा है। एनडीए में शामिल सभी दलों को 2019 में मिले जनादेश से भी बड़ा जनादेश 2024 में हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा भरोसा है। बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रस्ताव पेश किया, जबकि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के के. पलानीस्वामी और असमगण परिषद (एजीपी) के अतुल बोरा ने इसका समर्थन किया था।
पहली बार हो रही ऐसी बैठकें
ऐसा पहली बार हो रहा है कि एनडीए भाजपा और अपने घटक दलों के सांसदों के लिए एक साथ रणनीतिक बैठकें करने जा रहा है। भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करने के लिए लक्ष्य की योजना पर काम कर रही है। भाजपा का नेतृत्व बड़ी नजदीकी से सभी संसदीय क्षेत्रों की निगरानी कर रहा है। साथ ही 160 संसदीय क्षेत्रों की पहचान करके पार्टी वहां अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। विपक्षी गठबंधन के जवाब में राजग ने विगत 18 जुलाई को दिल्ली में अपने 38 दलों के नेताओं की बैठक की है।