/sootr/media/post_banners/186a07606b2921109177acf4d8b4fb86a04c08fdc66627b50af4b2ffca6e61c6.jpeg)
Mumbai. अभिनेता और गायक पीयूष मिश्रा ने हाल ही में एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार के दौरान अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा’ के बारे चर्चा की। बातचीत में उन्होंने बताया कि जब वो 12 साल के थे तो एक महिला रिश्तेदार ने उनका यौन उत्पीड़न किया था। पीयूष ने बताया कि करीब 50 साल पहले हुए इस हादसे ने उन्हें बुरी तरह से हिला कर रख दिया था। वो आज भी उस घटना से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं।
उजागर नहीं की महिला की पहचान
हादसे के बारे में बात करते हुए पीयूष ने पीटीआई को बताया कि उन्होंने ऑटोबायोग्राफी में खुद के साथ हुए इस यौन उत्पीड़न के इस किस्से का भी जिक्र किया है, लेकिन महिला का नाम और उसकी पहचान उजागर नहीं की है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद बदला लेना नहीं है। पीयूष कहते हैं कि मैं उस घटना से बड़ा शॉक लगा था। पीयूष आगे कहते हैं कि शारीरिक संबंध एक ऐसी चीज है, जिससे आपकी पहली मुलाकात हमेशा अच्छी होनी चाहिए। वरना ये जिंदगी भर के लिए आपको डरा देता है।
- यह भी पढ़ें
पीयूष कहते हैं कि उस यौन उत्पीड़न ने मुझे जिंदगी भर की तकलीफ दी और उससे उबरने में काफी लंबा समय और कई साथी लगे। इस हादसे से बाहर आने में मेरे अंदर की कला ने बहुत मदद की। उन्होंने कहा कि मैं कई लोगों की पहचान नहीं बताना चाहता। उनमें से कई महिलाएं और कई पुरुष अब फिल्म इंडस्ट्री में स्टैबलिश हो चुके हैं। मैं उनसे अब किसी भी चीज का बदला नहीं लेना चाहता हूं।
युवाओं से जुड़ाव के बारे में पीयूष ने कहा कि हो सकता है मैं जिस तरह की बातें कहता हूं, उस कारण युवा मुझसे कनेक्ट होता है या शायद युवाओं को फील होता है कि कोई ऐसा कलाकार है, जो ज्यादा भारी शब्द इस्तेमाल नहीं करता है। मैं अपने अंदर किसी भी तरह का बड़प्पन नहीं रखता हूं और मैं जितना यूथ से खुद को रिलेट कर पाऊंगा, एक आर्टिस्ट के तौर पर मेरे लिए यह बेहतर होगा।
पीयूष मिश्रा की ऑटोबायोग्राफी उनकी जीवनयात्रा के बारे में है। किस तरह वे ग्वालियर की गलियों से निकलकर दिल्ली के मंडी हाउस तक पहुंचे और वहां से मुंबई तक की यात्रा कैसे तय की। किताब में उनका नाम संताप त्रिवेदी या हैमलेट है। बता दें कि एनएसडी में उन्हें इसी नाम से लोग जानते थे।