मशहूर बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर अपनी फिल्म सिंघम अगेन को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। उनकी फिल्म 'कुत्ते', 'एक विलेन रिटर्न्स' और 'द लेडी किलर' के बुरी तरह फ्लॉप होने के बाद अब आखिरकार अर्जुन की 'सिंघम अगेन' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाका किया है। दर्शक उनको नेगेटिव रोल में काफी पसंद कर रहे हैं और उनकी तारीफ भी कर रहे हैं। हाल के एक इंटरव्यू में अर्जुन ने मेंटल हेल्थ पर बात की है। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह एक चिंताजनक बीमारी से जूझ रहे हैं।
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क्या कहा अर्जुन ने?
अर्जुन ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि जब उनकी फिल्में नहीं चलती हैं तब वह अपने ऊपर डाउट करने लगते हैं। आगे उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी ही एक फिल्म है। अर्जुन ने बताया कि उन्होंने अब फिल्मों को इंजॉय करना बंद कर दिया है और वह दूसरों का काम देखकर खुद से पूछते थे कि ‘क्या मैं ये कर पाऊंगा या क्या मुझे मौका मिलेगा? इसके आगे वे कहते हैं कि फिर कुछ समय बाद उन्हें समझ आया कि कोई न कोई प्रॉब्लम तो जरूर है, जिसके बाद उन्होंने थेरेपी का सहारा।
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हाशिमोटो बीमारी से परेशान हैं अर्जुन
अर्जुन ने आगे कहा कि वे पहले कई थेरेपिस्ट के पास गए, लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ। कुछ समय बाद उन्हें एक ऐसा इंसान मिला जिसने दिल खेलकर उन्हें बोलने दिया। उसी ने अर्जुन को बताया कि वो डिप्रेशन में हैं। इस दौरान उन्होंने साझा किया कि उन्हें हाशिमोटो नाम की एक बीमारी है और यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो थायरॉयड को हानी पहुंचाती है। डिप्रेशन के बारे में अर्जुन कपूर ने पहली बार खुलकर बात की है। आगे उन्होंने बताया कि हाशिमोटो बिमारी में ऐसा होता है कि अगर दिमाग में किसी बात को लेकर खतरा लग रहा है, तो उनका वजन बढ़ना शुरू हो जाता है। जब वह 30 साल के थे तब उन्हें यह बीमारी हुई थी। बता दें उनकी मां और उनकी बहन अंशुला कपूर को भी यह बीमारी है।
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क्या है हाशिमोटो बिमारी?
जानकारी के मुताबिक हाशिमोटो एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें बॉडी अपनी ही थायरॉयड ग्लैंड पर हमला करती है। थायरॉयड ग्लैंड गर्दन में होता है और यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रण करने वाले हार्मोन का निर्माण करती है। इस बीमारी के कारण थायरॉयड ग्लैंड में सूजन हो जाती है और वक्त के साथ ये हाइपोथायरायडिज्म की वजह बन सकती है।
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