Mumbai.आज भले ही किशोर कुमार (Kishore Kumar) हमारे बीच में न हों लेकिन उनकी जादुई आवाज की वजह से वह आज भी उनके फैंस के दिलों में जिंदा हैं। किशोर के गाए आज भी फैंस गुनगुनाते हैं। आज यानी 4 अगस्त को किशोर की बर्थ एनिवर्सरी (Kishore Kumar Birth Anniversary)है। वे अपनी गायकी और दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते है। उन्होंने अपने सिंगिंग करियर में 2678 फिल्मों में गाने गाए थे। जबकि 88 फिल्मों में बतौर एक्टर नजर आए थे।
ये था असली नाम
किशोर का जन्म 4 अगस्त, 1929 में हुआ। उनका असली नाम आभास कुमार गांगुली था। किशोर ने फिल्म जिद्दी के लिए पहली बार गाना गाया था। ये फिल्म 1948 में रिलीज हुई थी। उन्होंने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, जीतेन्द्र समेत कई अन्य सितारों के लिए आवाज दी थी। 1962 की फिल्म 'हाफ टिकट' में किशोर ने 'आके सीधी लगी दिल पे जैसी' गाने को गाया था। ये गाना उन्होंने मेल और फीमेल दोनों आवाजों में गाया था। इस गाने ने उस समय हर जगह धमाल मचा दी थी। उनको प्लेबैक सिंगिंग के लिए 8 फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले थे।
किशोर ने की थी चार शादियां
पहली शादी- किशोर ने चार शादियां (Marriages)की थी। उनकी पहली शादी 1950 में नाम रूमा गुहा ठाकुरता से हुई थी। पहली शादी के समय किशोर 21 साल के थे। 1952 में दोनों के घर में एक ने जन्म लिया। बेटे अमित को जन्म दिया था। शादी के कुछ समय बाद दोनों में नोकझोंक होने लगी और 1958 में दोनों ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला ले लिया।
दूसरी शादी- किशोर ने दूसरी शादी वेटरन एक्ट्रेस मधुबाला (Madhubala)से की थी। मधुबाला मुस्लिम थी, इस वजह से किशोर के घरवालों को वो बिल्कुल भी पसंद नहीं थी। मधुबाला के लिए उन्होंने अपना धर्म भी बदल लिया था और अपना नाम करीम अब्दुल रख लिया। हालांकि कुछ सालों बाद मधुबाला का निधन हो गया था। उस वक्त वो पूरी तरह टूट गए थे।
तीसरी शादी- किशोर तीसरी बार 1976 में योगिता बाली (Yogita Bali)के साथ शादी के बंधन में बंधे थे। लेकिन इनका रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चला और शादी के दो साल बाद दोनों अलग हो गए।
चौथी शादी-किशोर ने अपनी चौथी शादी 1980 में लीना चंदावरकर के साथ की थी। लीना,किशोर के अंतिम समय तक उनके साथ रही थीं।
इन फिल्मों में नजर आ चुके है किशोर
किशोर फिल्म चलती का नाम जिंदगी, बढ़ती का नाम दाढ़ी,दूर का राही,हंगामा, साधू और शैतान,पड़ोसन,हाय मेरा दिल,प्यार किये जा,लड़का लड़की,मिस्टर एक्स इन बॉम्बे,हाफ टिकट,मनमौजी,गर्ल फ्रैंड,काला बाजार,चलती का नाम गाड़ी,रागिनी,आशा,मिस मैरी,बंदी माधव,तमाशा,शिकारी समेत कई अन्य फिल्मों में नजर आ चुके है।
इस साल हुआ था निधन
किशोर का निधन 18 अक्टूबर, 1987 को दिल का दौरा पड़ने से हुआ था। वो खंडवा के रहने वाले थे। उनकी मातृभूमि खंडवा में ही दफनाया गया।
ब्लैक एंड व्हाइट के दौर से किया था गाना शुरू
किशोर ने ब्लैक एंड व्हाइट के दौर से गाना शुरू कर दिया था, लेकिन 60 के दशक के उतरते-उतरते उनका जादू सा छा गया। देवानंद, राजेश खन्ना,धर्मेंद्र,अमिताभ बच्चन,सुनील दत्त, किरण कुमार, सनी देओल,संजीव कुमार, जीतेंद्र, विनोद मेहरा, विनोद खन्ना, शशि कपूर, डैनी डेंगजोंग्पा, अमोल पालेकर, विजय आनंद, रणधीर कपूर, राकेश रोशन, अनिल धवन, परीक्षित साहनी, नवीन निश्चल, उत्तम कुमार, ऋषि कपूर, राजीव कपूर, मिथुन चक्रवर्ती, अनिल कपूर, संजय दत्त, कमल हासन, कुणाल गोस्वामी (नीले नीले अंबर पर...) को अपनी आवाज दी। बड़ी बात ये कि किशोर सब पर आसानी से फिट हो गए।
एक इंटरव्यू में किशोर के सबसे बड़े भाई अशोक कुमार (दादा मुनि)ने उनकी आवाज के बारे में बताया था। ये इंटरव्यू किशोर के दुनिया से रुखसती के बाद का है। दादा मुनि कहते हैं,‘‘पैदा होने के साथ ही उसका गला बेहद बेसुरा था। यूं कहें कि कर्कश था। शुरू में वह मुझे भी नहीं पहचानता था। कॉलेज से आने के बाद मैं मां से खाना मांगता तो भर्राई आवाज में कहता कि ये कौन है जो बार-बार खाना मांगता रहता है। जरा बड़ा हुआ तो हरेक बात बोलने के बाद खांसता था। जब वह पांच साल का था, तो एक बार हंसिए से पैर की उंगली कट गई। डॉक्टर आए, लेकिन तब दर्द मिटाने की कोई अच्छी दवा नहीं हुआ करती थी। मां कोई भी दवा लगा देती थी। वो दिन में 22 घंटे रोता था। जब उंगली का घाव ठीक हुआ तो, गला भी साफ हो गया। उसकी कर्कशता चली गई। उसकी खासियत ये थी कि सुर पर तीर जैसा बैठता था। ध्यान दें तो सा रे गा मा...सा में तीन सुर होते हैं। कई बड़े गायक सुर से आगे पहुंच जाते हैं, किशोर ठीक उसी पर पहुंचता था। गाने में उसने बहुत नाम कमाया। क्या करें, जल्दी चला गया।’’ कल्याणजी ने एक बार बताया था, ‘‘किशोर स्टेज शो करने में घबराते थे। लोगों के सामने आकर गाने में घबराते थे। फिर हमने उन्हें समझाया कि सामने बैठे लोग कोई मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, आशा भोंसले या बड़े गुलाम अली तो हैं नहीं। जो सामने बैठे हैं, वो कभी किशोर कुमार बन नहीं सकते। ये बात उन्हें जंच गई। बोले कि ये बात फिर से रिपीट कर। मैं स्टेज पर गाऊंगा।’’