MUMBAI. पूरा देश आज पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन (14 नवंबर) को चिल्ड्रंस डे के रूप में मना रहा है। जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था। बच्चे उन्हें चाचा नेहरू बुलाते थे। कई ऐसी फिल्में है, जो सिर्फ बच्चों पर आधारित हैं। आज चिल्ड्रंस डे है और आज बच्चों को ये फिल्में जरूर देखनी चाहिए।
तहान
फिल्म तहान 5 सितंबर 2008 में सिनेमाघरो में रिलीज हुई थी। ये फिल्म 8 साल के लड़के तहान और उसके पालतू गधे की लाइफ पर बेस्ड है। तहान अपने दादा, मां और बहन के साथ कश्मीर में रहता है। ये सब इस आशा के साथ जी रहे हैं कि एक दिन तहान के पिता लौटकर आएंगे। उसके दादा की मौत के बाद जमींदार उनके परिवार की संपत्ति ले लेते हैं। इसके साथ ही तहान का गधा बीरबल भी ले जाते हैं क्योंकि, तहान के परिवार ने उनसे कर्ज लिया था। बीरबल के बिना तहान का जीना मुश्किल हो जाता है। इसके बाद वह अपनी लाइफ में बीरबल को वापस लाने की कोशिश करते है।
तारे जमीं पर
तारे जमीं पर 2007 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। ये फिल्म काफी इ्मोशनल कर देने वाली है। तारे जमीं पर डिस्लेक्सिया से जूझ रहे एक बच्चे पर बेस्ड है। इस फिल्म में आमिर खान टीचर का रोल प्ले करते नजर आ रहे हैं।
स्टैनली का डब्बा
स्टैनली का डब्बा ने 2011 में सिनेमाघरो में दस्तक दी थी। यह फिल्म एक ऐसे लड़के की कहानी है, जो हमेशा अपने दोस्त का टिफिन खाता है। ये लड़का कभी भी खुद के लिए टिफिन नहीं लेके आता है। स्कूल में पढ़ने वाले इस बच्चे की कहानी आपको रोने पर मजबूर कर देगी।
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कोई मिल गया
कोई मिल गया 8 अगस्त 2003 को थिएटर्स में रिलीज हुई थी। ये एक हैप्पी फैमिली मूवी है। फिल्म में एक ऐसे बच्चे की कहानी है जो मानसिक रूप से ठीक नहीं है।
मासूम
1983 में आई फिल्म मासूम बच्चों से जुड़ी इमोशनल कर देने वाले विषय पर बेस्ड है। यह गोद लिए बच्चों की समस्याओं पर बनी है। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, शबाना आजमी, सुप्रिया पाठक और जुगल हंसराज हैं।
बम बम बोले
बम बम बोले 2010 में रिलीज हुई थी। फिल्म की कहानी दो भाई-बहन पर है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक गरीब मां बाप के बच्चे होशियार होते हैं और परिवार के दुख में अच्छा साथ निभाते हैं। फिल्म को प्रियदर्शन ने डायरेक्ट किया है। फिल्म में दर्शील सफारी, जिया वास्तानी, अतुल कुलकर्णी, ऋतुपर्णा सेनगुप्ता है।
आई एम कलाम
ये फिल्म 2011 में सिनेमाघरों में आई। इस फिल्म में ऐसे बच्चे की कहानी दिखाई गई है, जो पढ़-लिखकर अपने परिवार के काम आना चाहता है।
चिल्लर पार्टी
चिल्लर पार्टी एक बच्चों के गैंग की कहानी है जो बहुत मासूम हैं। उन्हें कोई चिंता नहीं है और मस्त जिंदगी जीते हैं। फिल्म में अनाथ बच्चों के एक ग्रुप को दिखाया गया है, जो अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हैं।
परिचय
गुलजार की ये फिल्म 1972 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में जीतेंद्र, जया भादुड़ी और प्राण मुख्य भूमिकाओं में थे। फिल्म में जीतेंद्र टीचर के रोल में है, जो प्राण के 4 पोतों को पढ़ाते हैं और सलीका सिखाते हैं।
किताब
गुलजार की ये फिल्म 1977 में आई थी। इसमें मास्टर राजू (राजू श्रेष्ठा) मुख्य रोल में हैं। एक्टर उत्तम कुमार और विद्या सिन्हा राजू के दीदी-जीजाजी हैं। राजू पढ़ाई के डर से घर से भाग जाता है और दुनिया को अपनी नजर से देखता है। उसे अहसास होता है कि घर में रहकर पढ़ने से बेहतर कुछ नहीं। बाद में घर लौट आता है।