चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस
गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे ट्रेन नंबर 15904 चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ तक जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन उत्तर प्रदेश में गोंडा स्टेशन से 25 किमी दूर झिलाही में ट्रेन हादसे का शिकार हो गई और 8 डिब्बे पटरी से पलट गए.
लोको पायलेट का दावा
इन सबके बीच ड्राइवर ने दावा कर दिया कि उसने हादसे से पहले धमाके की आवाज सुनी थी। जिसके बाद हादसे में साजिश का एंगल भी नजर आने लगा, लेकिन यूपी के पुलिस मुखिया ने इस दावे को खारिज कर दिया।
हादसे की असल वजह क्या?
हादसे के बाद सवाल उठा कि ये हुआ कैसे? वहां आखिर कैसे बार-बार रेल पर भरोसा भी पटरियों से उतर जा रहा है। सबसे ज्यादा हादसे ट्रेन के पटरी से उतरने की वजह से ही होते हैं, लेकिन क्या चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पलटने की वजह भी कमजोर पटरी रही?
रेल मंत्रालय ने किया मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्रालय ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान कर दिया है। रेल मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपए और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है।
विपक्ष ने हादसे पर उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये मोदी राज में ये व्यवस्थित रूप से रेल सुरक्षा को खतरे में डालने की एक और गवाही है। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार जवाबदेही सुनिश्चित करे।