7 सितंबर से 30 जनवरी... करीब चार महीने... 14 राज्य और करीब 3570 किमी का सफर... इस तरह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा खत्म हो गई... ये यात्रा कई सवालों के जवाब दे गई और कई सवाल पीछे छोड़ गई... राहुल गांधी और कांग्रेस इस यात्रा के मकसद को कितना पूरा कर पाए... क्या राहुल की इमेज बदली या फिर कोई फर्क नहीं पड़ा... राहुल का ये नया पॉलिटिकल वर्जन उन्हें एक मैच्योर पॉलिटिकल लीडर बना पाया या वो केवल दार्शनिक बनकर रह गए... इस मसले पर द सूत्र ने वरिष्ठ पत्रकारों के साथ मनोचिकित्सक से भी बात की... क्या निकलकर आया...