कोविड-19: जानिए किस तरह से करें कोरोना के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट से अपना बचाव

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कोविड-19: जानिए किस तरह से करें कोरोना के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट से अपना बचाव

कोरोना महामारी (Corona pandemic) की बेहद घातक दूसरी लहर (second wave) से खौफ से लोगों ने अभी राहत की सांस लेना ही शुरू की थी कि........ अब एक बार फिर से ...कोरोना के नए वैरिएंट (variant) ने दुनिया भर में दहशत (panic) फैला दी है,....हम बात कर रहे हैं कोरोना के नए और ज्यादा घातक ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron variant) के बारे में.......साउथ अफ्रीका (South Africa) में फैले इस वेरिएंट को लेकर दुनिया भर के हेल्थ एक्सपर्ट्स (health experts) चिंता में पड़ गए हैं......आइये आपको बताते हैं की किस तरह से यह नया वेरिएंट पहले के डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ज़्यादा संक्रामक औऱ घातक है.....और इससे आप खुद का बचाव कैसे कर सकते हैं.....

यह है कोरोना का सबसे घातक वेरिएंट

ओमीक्रॉन नाम के इस नए वेरिएंट को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि......ये वैरिएंट कोरोना वायरस का अब तक का सबसे संक्रामक और घातक वैरिएंट हो सकता है....इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO ने महज दो दिन में ही इस वेरिएंट को  वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VoC) घोषित कर दिया है....अब यह वेरिएंट ऑफ कंसर्न क्या होता है....आइये आपको सबसे पहले यही बताते हैं.....

क्या होता है वरियएंट ऑफ़ कंसर्न.....

दरअसल, जब भी कोई नया वेरिएंट सामने आता है तो उसकी निगरानी WHO द्वारा की जाती है....वायरस कितना संक्रामक और घातक है यह जानने के लिए रिसर्च कि जाती है,....निगरानी करने के लिए वायरस को पहले  वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की कैटेगरी में रखा जाता है....यदि वायरस की स्टडी में पाया जाता है कि वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और बहुत संक्रामक है तो उसे ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ की कैटेगरी में शामिल किया जाता है....

कितना घातक होता है वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न......

वेरिएंट ऑफ कंसर्न वायरस वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की तुलना में ज्यादा संक्रामक होता है। साथ ही वैरिएंट ऑफ कंसर्न कोरोना के केसेज को बढ़ा सकता है और वैक्सीन के असर को भी कम कर सकता है। अभी तक WHO ने कोरोना वायरस के चार वैरिएंट्स- अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया है। ये चारों वैरिएंट अलग-अलग देशों में तबाही मचा चुके है। भारत में भी कोरोना की दूसरी घातक लहर लिए  डेल्टा वैरिएंट ही जिम्मेदार साबित हुआ।

ओमीक्रान वेरिएंट से थर्ड वेव का खतरा....

दक्षिण अफ्रीका में तेज गति से संक्रमण फैलाने वाले इस वेरिएंट को लेकर एक्सपर्ट्स कई देश में तीसरी लहर आने की आशंका जता चुके हैं.....कहा जा रहा है कि, यह वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ज़्यादा खतरनाक है,...यह वायरस डिटेक्ट होने से पहले ही 32 बार म्यूटेट हो चुका है....फिलहाल भारत में इस वेरिएंट की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है,,,,,,लेकिन फिर भी इसके घातक असर से बडने के लिए सावधानी रखने में ही भलाई है....

ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षण.....

ओमिक्रॉन वैरिएंट से पीड़ित व्यक्तियों में अभी ए सिम्पटोमेटिक यानी की बिना लक्षण वाले लोग ज़्यादा है...लोगों में मांसपेशियों में दर्द, थकान, गले में दर्द, सांस लेने तकलीफ, सीने में दर्द जैसे लक्षण देखे  गए हैं...हालांकि अभी तक ओमीक्रॉन वैरिएंट का कोई नया लक्षण सामने नहीं आया है....

यह रखें सावधानियां.....

सरकार ने भले ही देश में कोरोना केसेस कम होने पर कोरोना गाइडलाइन्स के पालन में ढिलाई दे दी हो,,,,लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनिटाइजेशन को रेगुलर अपना आदत में शुमार कर  हम इस नए वेरिएंट से भी बच सकते हैं....साथ ही दि आपने अभी तक अपना या अपने परिजनों का वैक्सीनेशन नहीं करवाया है तो जल्द ही करवा लें....क्योंकि वैक्सीन का डोज ना लेकर आप बड़ा खतरा मोल ले रहे हैं।

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