एक समय था जब दिल का दौरा या दिल से जुड़ी बीमारियों को उम्र के साथ जोड़कर देखा जाता था । आम तौर पर हार्ट अटैक या हार्ट से जुड़ी अन्य बीमारियां एक उम्र के बाद ही आती थी । लेकिन अब समय बदल गया है, अब दिल की समस्याएं कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिल रही हैं। कल हुई एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की मौत के पीछे कारण भी हार्ट अटैक ही बताया जा रहा है। कहां क्या कमी है जो युवाओं को यह समस्या हो रही है।
जानिए क्या है कारण
विशेषज्ञों की मानें तो यंग लोगों में हार्ट अटैक का मुख्य कारण उनकी लाइफस्टाइल है। इसमें भी स्मोकिंग, एल्कोहल और स्ट्रेस का मेजर रोल है। अपनी जीवनशैली के प्रति लापरवाह नजरिया कई बार युवाओं को महंगा पड़ जाता है। कम उम्र में दिल की बीमारियों के प्रति अधिकतर नई जेनरेशन सजग नहीं होती । कई बार छोटे-मोटे लक्षण दिखते भी हैं तो उन कारणों की तह तक जाने के बजाय युवा उसे इग्नोर कर देते हैं।
जीवन शैली ठीक न होना हार्ट अटैक का बन सकता है कारण
हार्ट अटैक की अगली बड़ी वजह फिजिकल एक्टिविटी या मूवमेंट का न होना है। कई बार लोगों का जॉब ऐसा होता है कि वे लंबे समय तक एक जगह पर बैठे रहते हैं तो कई बार काम या दूसरी वजहों से उन्हें एक्सरसाइज का समय नहीं मिलता । इसे बदलना होगा। कुछ भी खा लेने के आदत से भी बचना होगा, जिसमें मुख्य तौर पर बाहर का खाना शामिल होता है। इससे कोलेस्ट्रोल बढ़ता है जो दिल की सेहत खराब करता है ।
क्या है उपाय
अगर आपको हाई बीपी, डायबिटीज या हाय कोलेसस्ट्रोल डायग्नोस होता है तो इसे गंभीरता से लें। रेग्यूलर चेकअप्स कराएं और दवाइयां लें। स्मोकिंग कतई न करें और एल्कोहल इनटेक को सीमा के अंदर रखें। प्रॉसेस्ड फूड या डिब्बाबंद खाना जहां तक हो सके न खाएं। इसके साथ ही किसी भी रूप में एक्सरसाइज को अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बना लें । कार्डियो एक्सरसाइजेस दिल की सेहत के लिए बहुत अच्छी होती हैं।
हरी सब्जियां और फल प्रचुर मात्रा में लें और मेंटल स्ट्रेस को जितना हो सके कम करें। कोल्डड्रिंक और शुगर नियंत्रित मात्रा में लें । अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय गुजारें। जितना आप खुश रहेंगे उतना ही आपका दिल भी मुस्कुराएगा ।