BHOPAL. यूं तो देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन शुक्रवार (7 अप्रैल) की तुलना में शनिवार ( 8 अप्रैल) को दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले कम हुए हैं। शुक्रवार को केरल में 1900, महाराष्ट्र में 726 और दिल्ली में 733 मामले सामने आए, जबकि शनिवार को केरल में 1800, महाराष्ट्र में 542 और दिल्ली में 535 कोरोना के केस सामने आए। वहीं वैश्विक स्तर पर देंखें तो भारत की स्थिति अमेरिका, फ्रांस समेत कई देशों से काफी अच्छी है। दुनियाभर के कोरोना डाटा बताने वाली एक वेबसाइट के अनुसार, भारत में हर 10 लाख लोगों में से सिर्फ 2 को ही कोरोना है। वहीं, न्यूजीलैंड में हर 10 लाख लोगों में से 293, फ्रांस में 126, साउथ कोरिया में 163, अमेरिका में 75 और ब्रिटेन में 46 लोगों को कोरोना है। ये आंकड़े 6 अप्रैल के डेटा पर आधारित हैं। इस बीच एक्सपर्ट लोगों को हिदायत दे रहे हैं कि भीड़ वाले एरिया में लोगों से दूरी बनाए रखें और मास्क का उपयोग जरूर करें।
केरल और हरियाणा में मास्क लगाना जरूरी
केरल में शनिवार को कोरोना के 1,801 नए मामले सामने आए। सबसे ज्यादा केस एर्नाकुलम, तिरुवनंतपुरम और कोट्टायम जिले में मिले। केरल में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। हरियाणा में भी पब्लिक प्लेस पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।
38.2 फीसदी मरीजों में मिला XBB.1.16 ओमिक्रॉन वैरिएंट
जीनोम सीक्वेंसिंग पर नजर रखने वाली कमेटी INSACOG ने खुलासा किया है कि देश में रोजाना सामने आ रहे कोरोना केसों में 38.2 प्रतिशत केस XBB.1.16 ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से हैं। ये वैरिएंट XBB.1 वैरिएंट की तुलना में 1.27 गुना और XBB.1.5 वैरिएंट की तुलना में 1.17 गुना ज्यादा तेजी से इंसानों में फैलता है। इस वैरिएंट में कई तरह की एंटी-सार्स एंटीबॉडीज के प्रति प्रतिरोधक क्षमता है।
एक्सपर्ट ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं
कोरोना विशेषज्ञ का कहना है कि कोरोना केस बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। देश में ज्यादातर लोगों में हाइब्रिड इम्युनिटी आ चुकी है। यानी वैक्सीनेशन और प्राकृतिक संक्रमण से मिली इम्युनिटी। यही हाइब्रिड इम्यूनिटी लोगों को गंभीर बीमार होने और अस्पताल में भर्ती होने से बचा रही है। देश की आबादी को वैक्सीन लग चुकी है। बाकी आबादी को इन वैक्सीन लगे लोगों से सुरक्षा मिल रही है। यही वैक्सीन ओमिक्रॉन के छह सब वैरिएंट का मुकाबला कर रही है। इनमें XBB.1.16 भी शामिल है।