BHOPAL. देश में बीते 3 साल कोरोना की दहशत में गुजारने के बाद एक बार फिर से मध्य प्रदेश के अंदर कोविड-19 कोरोना के वायरस अपने पैर पसारने लगा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश के 12 जिलों में कोरोना फैल चुका है। इसको लेकर सरकार भी अलर्ट पर है और अब दोबारा कोरोना गाइडलाइन के अनुसार जीवनशैली अपनाने की अपील कर रही है। सरकार ने गाइडलाइन जारी करते हुए लोगों से मास्क लगाने और भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचने का अनुरोध किया है। गौरतलब है कि देश में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 11 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ ऐसे कोरोना संक्रमित जिनका इलाज चल रहा है। देश में फिलहाल सक्रिय मामले 49,622 हैं।
7 दिन के अंदर 42 हजार से ज्यादा मरीज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 7 दिन के अंदर देश में 42 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। इस बीच 97 लोगों की संक्रमण के चलते मौत भी हुई है। वहीं, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का कहना है कि कोरोना की चौथी लहर को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- अभी चौथी लहर की कोई आहट नहीं है। देश में ज्यादातर लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है। इसलिए डरने की नहीं बल्कि बचाव की जरूरत है। प्रिवेंशन के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
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बूस्टर डोज लगवाना अनिवार्य
मप्र टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला का कहना है कि प्रदेश में कोरोना मरीजों की हालत स्थिर है और अधिकतर मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो रहे हैं। फिर भी सतर्कता आवश्यक है, इसीलिए कोविड गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है। साथ ही साथ जिन लोगों ने तीसरा डोज नहीं लगवाया है, उन्हें अनिवार्य रूप से वैक्सीनेशन करवानी होगी।
इन जिलों में कोविड के मरीज
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, सीहोर, ग्वालियर, नर्मदा पुरम, खंडवा, खरगोन, सागर, दतिया और बड़वानी जिलों के अंतर्गत कोविड के मरीज पाए गए हैं। इसके अलावा, अन्य जिलों में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।