डॉक्टर का मानना- शुगर मरीज भी खा सकते हैं आम, कितनी मात्रा जरूरी, जाने एक्सपर्ट्स की राय

author-image
Neha Thakur
एडिट
New Update
डॉक्टर का मानना- शुगर मरीज भी खा सकते हैं आम, कितनी मात्रा जरूरी, जाने एक्सपर्ट्स की राय

BHOPAL. क्या शुगर पेशेंट आम खा सकते हैं? यह बात उन सभी मरीज व परिवार के लोगों के मन में आती है जिनके यहां इस बीमारी से ग्रसित पीड़ित हैं। आम सहित अन्य फल जो टेस्ट में भले मीठे हैं, लेकिन उससे शुगर नहीं बढ़ती है। फल स्वाभाविक रूप से मीठे होते हैं, फलों में फाइबर भी होता है, जो चीनी के अवशोषण को धीमा कर देता है. हालांकि, अगर ब्लड की रीडिंग अनियमित है और hba1c बढ़ा है, तो कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फलों से बचना सबसे अच्छा है।



देश में आम की 1500 किस्में



भारत में 1,500 से भी ज्यादा आम की किस्मों का उत्पादन करता है, जो दुनिया के आमों का लगभग 50 प्रतिशत है। ये भारत में कम से कम 6,000 वर्षों से खाए जा रहे हैं। आम भारत की पहचान और संस्कृति का हिस्सा हैं। शायद ही कोई भारतीय होगा जिसे गर्मियों के इस मीठे, रसीले फल का शौक न हो।



ये भी पढ़े...



इंसानों के लिए हानिकारक है गौमूत्र का सेवन, इसमें होते हैं 14 खतरनाक बैक्टीरिया; जो आपको कर सकते हैं बीमार



100 ग्राम आम में होता है 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट 



दुनिया में आम की जीआई रैंक 51 है, यानी इसे डायबिटीज के मरीज भी इसे खा सकते हैं। 100 ग्राम आम में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। एक कप आम में 99 फीसदी कैलोरी, 0.8-1 ग्राम प्रोटीन, 0.63 ग्राम फैट, 24.8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट व 2.64 ग्राम फाइबर के अलावा अन्य विटामिस पाए जाते हैं।

आम में मैग्नीशियम और कॉपर और ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड जैसे महत्वपूर्ण खनिज भी होते हैं।



रोजाना 150-200 ग्राम कार्बोहाइड्रेट लेने की सलाह



शुगर पेशेंट को रोजाना लगभग 150-200 ग्राम कार्बोहाइड्रेट लेने की सलाह दी जाती है, इससे अधिकतम 30 ग्राम फलों से प्राप्त किया जा सकता है। फलों की एक प्लेट में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए। यदि आप कम कार्बोहाइड्रेट वाला फल खा रहे हैं जैसे स्ट्रॉबेरी तो आप एक बड़ा हिस्सा खा सकते हैं। आम के मामले में, 100 ग्राम फल में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जो आधे मध्यम आकार के आम खाने की सिफारिश करता है। इतनी मात्रा में रोजाना आधा आम सुरक्षित रूप से खाया जा सकता है। 



जीआई रैंक से पता चलती है फलों में शुगर की मात्रा



किसी भी फूड का ब्लड शुगर पर असर ग्लाइसेमिक इंडेक्स रैंक के जरिए होता है। जिसे 0 से 100 के स्केल पर मापा जाता है। 55 से कम रैंक के किसी भी फूड को इस स्केल में कम शुगर का माना जाता है। इन फूड को डायबिटीज के मरीज के लिए उपयुक्त माना जाता है। आम का जीआई रैंक 51 है यानी इसे डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं।



किस समय खाएं आम



आम को नाश्ते के रूप में लेना एक बेहतर तरीका है। नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच या दोपहर के भोजन और रात के खाने के बीच ले सकते हैं। अपने सामान्य नाश्ते को आधे आम से बदल सकते हैं। लेकिन आम के डिब्बाबंद फलों में आमतौर पर चीनी मिलाई जाती है और कुछ खनिजों और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है जो ताजे फल प्रदान करते हैं।


health news स्वास्थ्य न्यूज sugar patients eat mango doctor health tips mango eat quantity शुगर के मरीज कितना खाएं आम डॉक्टर हेल्थ टिप्स आम की मात्रा