आमतौर पर हम ब्रेस्ट कैंसर के बारे में कई बार पढ़ते और सुनते हैं लेकिन फिर भी ब्रेस्ट कैंसर को लेकर अवेयरनेस की कमी है। कहते हैं कि बीमारी के इलाज से बेहतर बचाव होता है। ऐसे में बीमारी की जानकारी रखते हुए कुछ चीजों का ख्याल रखने से ब्रेस्ट कैंसर से बचा जा सकता है।
क्या है ब्रेस्ट कैंसर: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, स्तन कैंसर महिलाओं को होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है। आंकड़े बताते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर हर साल दुनियाभर में करीब 2.1 मिलियन महिलाओं को प्रभावित करता है। ब्रेस्ट का काम अपने टिश्यू से दूध बनाना होता है। ये टिश्यू माइक्रो वेसल के जरिए निप्पल से जुड़े होते हैं। जब ब्रेस्ट कैंसर वेसल्स में छोटे सख्त कण जमने लगते हैं या स्तन के टिश्यू में छोटी गांठ बनती है, तब कैंसर बढ़ने लगता है।
क्या है इसके लक्षण?
ब्रेस्ट या बाहों के नीचे गांठ होना
ब्रेस्ट के आकार में बदलाव जैसें ऊँचा, टेड़ा-मेड़ा होना
ब्रेस्ट या फिर निप्पल का लाल रंग हो जाना
ब्रेस्ट से खून आना
ब्रेस्ट की त्वचा में ठोसपन हो जाना
ब्रेस्ट या फिर निप्पल में डिंपल, जलन, लकीरें सिकुड़न होना
ब्रेस्ट का कोई भाग दूसरे हिस्सों से अलग होना
ब्रेस्ट के नीचे ठोसपन या सख्त अनुभव होना
इन चीजों से बचें
शराब
शराब पीने से एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे डीएनए डैमेज हो सकता है। जो महिलाएं हर सप्ताह 3 बार भी एल्कॉहॉल का सेवन करती हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 15 फीसदी तक बढ़ जाता है।
रेड मीट
इस साल इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में प्रकाशित इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि रेड मीट खाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है, जबकि वाइट मीट के सेवन से इस खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
शुगर
माना जाता है कि शुगर के सेवन से भी ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है। ऐसा सीधे तौर पर तो नहीं कह सकते क्योंकि हमारे बॉडी सेल्स एनर्जी के लिए शुगर पर भी निर्भर होते हैं। ऐसे में शुगर सेहत के लिए बहुत जरूरी है लेकिन इसके अत्यधिक सेवन से मोटापा और वजन बढ़ता है, जो बाद में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ा देते हैं।
फैट्स
प्रोसेस्ड फूड आइटम्स में मौजूद फैट सेहत के लिए नुकसानदायक होता है और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। प्रोसेस्ड फूड्स में ट्रांस फैट बेहद आम होता है और वैज्ञानिकों के मुताबिक, इससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सबसे अधिक होता है।