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पुनीत पांडेय, BHOPAL. पूरी दुनिया आज 21 मई को वर्ल्ड मेडिटेशन डे (World Meditation Day) सेलिब्रेट कर रही है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मेडिटेशन जितना जरूरी है, उतना ही गलत तरीके से इसको समझा जाता है। मेडिटेशन का अर्थ कहीं अकेले में बैठकर घंटों तक ध्यान करने को माना जाता है। लेकिन, इसके उलट कामकाज के दौरान भी हम मेडिटेशन करके इसके फायदे उठा सकते हैं। हम आपको ऐसे ही कुछ मिनटों के मेडिटेशन के बारे में बता रहे हैं।
डीप ब्रीदिंग
कोई जरूरत नहीं है कि आप कहीं अकेले में बैठकर अपने मन को केंद्रित करने की पूरी कोशिश कर लें। आज की जिंदगी में ना तो ऐसी जगह है और ना ऐसा माहौल, तो हम कुछ मिनटों के लिए डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं। सिर्फ 5 मिनट के लिए की गई ये एक्सरसाइज आपको अंदर से शांत महसूस कराएगी और तनाव से काफी दूर रखेगी। इसे दिन में 2 से 3 बार किया जा सकता है।
बॉडी स्कैन करना
इस तरह के मेडिटेशन में हम खुद की बॉडी को स्कैन करते हैं। इसकी शुरुआत पैरों से करके शरीर के ऊपरी हिस्से की तरफ बढ़ सकते हैं। आपको धीरे-धीरे हर अंग पर ध्यान केंद्रित करना है, चिंतन करना है। इस दौरान गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इसके साथ कम होते तनाव को महसूस करें। ये क्रिया तनाव को कम करती है और हमारे शरीर से हमारे मन के कनेक्शन को और मजबूत करती है।
प्राणायाम करें
सांसों को एक रिदम में लाने और उससे तनाव को कंट्रोल करने की कला भी है प्राणायाम। प्राणायम कई प्रकार के होते हैं, लेकिन साधारण रूप से होने वाले प्राणायाम जैसे भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम और भ्रामरी विशेष रूप से तनाव को कम करते हैं और मन को शांति देते हैं। ये भी काफी प्रभावी मेडिटेशन है।
भावातीत ध्यान
ध्यान की इस शैली में हम खुद पर दबाव डालकर एकाग्र नहीं करते। मन को किसी एक शब्द, मंत्र या भाव पर स्थिर करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, जब मन में विचार आने लगते हैं तो उन्हें दबाव डालकर रोका नहीं जाता। इन विचारों के साथ हमारी निगेटिविटी और तनाव निकल जाते हैं।
दिमाग को बूढ़ा होने से बचाता है मेडिटेशन
लगातार काम का दबाव झेलने से दिमाग की उम्र तेजी से बढ़ती है। ऐसे में मेडिटेशन करना हमारे दिमाग को बूढ़ा होने से बचाता है और ब्रेन की फंग्शनिंग भी बेहतर होती है।
कम होते हैं फ्री रेडिकल्स
सामान्य रूप से हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स बनते रहते हैं। इनकी संख्या बढ़ जाने पर हम बीमार हो जाते हैं। ज्यादा फ्री रेडिकल्स शरीर में होना कैंसर जैसी बीमारी का खतरा भी पैदा करता है। मेडिटेशन से शरीर में फ्री रेडिकल्स कम होने लगते हैं जो हमें बीमारियों से बचाता है।