छतरपुर. प्यार की भी एक हद होती है। लेकिन यहां के एक युवक ने डॉगी (sucide for dog in chhatarpur) के लिए सारी हदें पार कर दी। दरअसल, विश्वासनाथ कॉलोनी (Vishwanath colony) में रहने वाले 38 वर्षीय कमलेश मसीही ने एक डॉग पाल रखा था। इस डॉग ने कमलेश की मां को दो बार काटा था। इससे परेशान होकर मां ने कहा कि इस कहीं छोड़ आ। तब कमलेश ने बोला कि अगर ये कहीं गया तो मैं भी मर जाऊंगा। इसके बाद कमलेश ने कुत्ते के साथ फांसी का फंदा (Dog and men sucide) लगा लिया।
कुत्ता बच गया लेकिन कमलेश की मौत
कमलेश की मां शांति ने बताया कि कुत्ते ने मुझे 11:30 बजे काटा था। मैंने कमलेश से कहा कि इसे भगा दे। इस घटना के बाद करीब 12 बजे कमलेश ने कुत्ते के साथ फांसी लगा ली। उसने दो फंदे बनाए थे। जिसमें एक उसने खुद अपने गले में डाला। जबकि दूसरा फंदा उसने डॉगी के गले में डाला। इस घटना के बाद कमलेश की मौत हो गई। लेकिन कुत्ता बच गया। घटना 28 दिसंबर की है। कोतवाली थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
गेहूं बेचकर आया था
शांति ने बताया कि वो गेहूं बेचकर आया था। उसने शराब भी पी रखी थी। मुझे पता थोड़ी था कि वो सही में ऐसा कर लेगा। कमलेश (Kamlesh Masihi) के भाई सुनील मसीही का कहना है कि वो किसी भी हालत में डॉगी को भगाने को तैयार नहीं था। हम लोगों ने उसकी बात को नजरंदाज कर दिया, ये हमारी सबसे बड़ी गलती थी। वहीं, कमलेश को उसकी पत्नी 9 साल पहले छोड़ के चली गई थी। दोनों का एक 17 साल का बेटा भी है। जो मां के साथ रहता था।
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