MP की 6 सीटों पर वोटिंग का एनालिसिस, वीडी शर्मा के सामने क्या कोई नहीं!

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में देश की 88 सीटों पर मतदान होगा। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अभिनेत्री हेमा मालिनी, अरुण गोविल और वीडी शर्मा जैसे नेता मैदान में हैं। 

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Pratibha ranaa
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BHOPAL.  लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार थम गया। अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण ( Lok Sabha Elections ) में मध्यप्रदेश की 6 और छत्तीसगढ़ की 3 सीटों सहित 12 राज्यों और केंद्र शासित जम्मू- कश्मीर की 88 सीटों के लिए मतदान होगा। दूसरे चरण की 6 सीटों में मध्यप्रदेश की टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद में वोटिंग होगी। इन सीटों पर 80 प्रत्याशी मैदान में हैं। एक करोड़ 11 लाख 62 हजार 460 मतदाता प्रतिनिधि चुनेंगे। बैतूल में बसपा प्रत्याशी के निधन के कारण अब तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होगा। पहले चरण में कम मतदान प्रतिशत को देखते हुए चुनाव आयोग ने कर्मचारियों को मतदान प्रेरित करने में लगाया है। 

1206 नेता चुनावी मैदान में

इधर, देश में दूसरे चरण में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर, गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस के शशि थरूर, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अभिनेत्री हेमा मालिनी और अरुण गोविल समेत 1 हजार 206 प्रत्याशी मैदान में हैं। 

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खजुराहो: वीडी को वोटिंग कम होने की शंका

खजुराहो लोकसभा सीट का चुनाव दिलचस्प हो गया है। यहां से बीजेपी प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मैदान में हैं। वहीं, उनके सामने कोई दमदार प्रत्याशी नहीं है। दरअसल, यह सीट कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के खाते में दी थी, लेकिन गठबंधन कोई ऐसा प्रत्याशी खड़ा नहीं कर पाया, जो वीडी को टक्कर दे सका। इसकी बड़ी वजह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन निरस्त हो जाना है। यहां अब कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से आरबी प्रजापति को कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन ने समर्थन दिया है। पूरे चुनाव में आरबी न तो कोई रणनीति नजर आई और ना ही उल्लेखनीय प्रचार। लिहाजा, वीडी की ​जीत पक्की मानी जा रही है। ऐसे में उन्हें कम वोटिंग का अंदेशा बना हुआ है। आपको बता दें ​कि विधानसभा चुनाव में खजुराहो संसदीय सीट की सभी आठ सीटें बीजेपी ने जीती थीं। 

दमोह: कांग्रेस राहुल के भरोसे, बीजेपी राम मंदिर के सहारे

बुंदेलखंड की दमोह लोकसभा सीट पर दो लोधी प्रत्याशियों में ही मैदान में हैं। बीजेपी से राहुल लोधी चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने हैं कांग्रेस के तरवर लोधी। राहुल लोधी के पक्ष में यहां पीएम नरेंद्र मोदी सभा कर चुके हैं। वहीं, मंत्री प्रहलाद पटेल, पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया जैसे नेता भी प्रचार कर चुके हैं। वहीं, तरवर लोधी के पक्ष में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और अरुण यादव प्रचार कर चुके हैं। कुल मिलाकर यहां दोनों दलों के बीच अच्छे मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है। विधानसभा चुनाव में दमोह संसदीय क्षेत्र की 8 में से 7 सीटों पर भाजपा काबिज है।  

टीकमगढ़: अनुभव वर्सेस युवा में जंग, क्या होंगे नतीजे?

टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में सियासी जंग वीरेंद्र खटीक और पंकज अहिरवार के बीच है। इस संसदीय क्षेत्र की 8 में से 5 सीटों पर बीजेपी काबिज है, जबकि 3 पर कांग्रेस की झोली में आई थीं। बीजेपी प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक सात बार के सांसद हैं। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी पंकज अहिरवार युवा चेहरा हैं। अब कांग्रेस यहां वीरेंद्र खटीक के क्षेत्र में न रहने का मुद्दा उठा रही है। जबकि बीजेपी अपने विकास कार्यों की सूची लेकर जनता के पास पहुंच रही है। जातिगत समीकरणों की बात करें तो कांग्रेस को दलित वर्ग से खासी उम्मीद है, लेकिन एक तथ्य यह भी है कि 2019 के चुनाव में भी यहां कांग्रेस ने अहिरवार वर्ग से ही टिकट दिया था। 

सतना: बीजेपी-कांग्रेस में टक्कर, बसपा भी भर रही दम 

सतना लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। बीजेपी ने चार बार के सांसद गणेश सिंह पर एक बार फिर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को उतारा है। विधानसभा चुनाव में सिद्धार्थ ने ही गणेश सिंह को हराया था। ऐसे में विधानसभा चुनाव के दो नेता फिर आमने-सामने हैं। दूसरा, बसपा प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी भी ताल ठोंक रहे हैं। चूंकि इस सीट पर ब्राह्मण वोटर्स की अच्छी खासी संख्या है। ऐसे में बीजेपी चिंतित है। अब ओबीसी वोटर्स किसके साथ जाते हैं, यह काफी मायने रखेगा। विधानसभा चुनाव की बात करें तो सतना लोकसभा क्षेत्र की 7 सीटों में से 5 बीजेपी जीती थी, जबकि दो सीटें कांग्रेस को मिली थीं। 

रीवा: दोनों दलों से ब्राह्मण नेता मैदान में 

रीवा संसदीय सीट पर दो ब्राह्मण उम्मीदवारों में सियासी जंग है। बीजेपी ने जनार्दन मिश्रा को टिकट दिया है तो कांग्रेस ने नीलम मिश्रा पर भरोसा जताया है। रीवा में बीजेपी मोदी के विकास और राम मंदिर के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। चूंकि नीलम सिमरिया से विधायक रही हैं। लिहाजा, वे अपने पुराने विकास कार्यों की बात कर रही हैं। यहां दल-बदल ने काफी हद तक कांग्रेस का खेल बिगाड़ दिया है। दरअसल, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के समर्थक पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दिवाकर द्विवेदी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है, ऐसे में कांग्रेस चिंतित है। आपको बता दें कि रीवा लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से 7 भाजपा और 1 कांग्रेस के पास है।

होशंगाबाद: किसान नेता के सामने पूर्व विधायक 

होशंगाबाद सीट पर बीजेपी ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के समर्थक एवं किसान नेता दर्शन सिंह चौधरी को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने संजय शर्मा को उतारा है। संजय दो बार के विधायक रह चुके हैं। बीजेपी-कांग्रेस में ही सीधी टक्कर है। बीजेपी के पक्ष में पीएम मोदी पिपरिया में सभा कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस के पक्ष में एक बात जाती है कि यहां संगठन एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है। संजय शर्मा के पक्ष में होशंगाबाद में जीतू पटवारी और उमंग सिंघार सभाएं कर चुके हैं। आपको बता दें कि होशंगाबाद लोकसभा क्षेत्र की सभी आठों विधानसभा सीटें भाजपा के कब्जे में हैं।

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