छिंदवाड़ा में आजाद भारत के इतिहास में सिर्फ दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी का सांसद बनने जा रहा है। 3:30 बजे तक भाजपा के विवेक बंटी साहू, कांग्रेस के नकुल नाथ से 1 लाख से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं।
बंटी साहू को 6,13,853 वोट मिले जबकि नकुल नाथ को 5,04,847 वोट मिले। इस बीच तीसरे नंबर पर आए देव रावण भलावी ( dev raven bhalavi ) ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार थे। भलावी को 3:30 बजे तक लोकसभा चुनावों में 53,931 वोट मिले हैं।
इसके सपा के उमाकांत बंदेवार को भी 10,901 वोट मिले हैं। राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी के कपिल सोनी को 9,185 वोट मिले हैं। छिंदवाड़ा में 10 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में खड़े हुए थे। इन सभी को 1 हजार से 9 हजार तक वोट मिले।
ऐसे में आंकड़ों पर नजर डाले तो, अगर यह वोट नकुल नाथ के खाते में जाते तो जीत का आंकड़ा बदल सकता था। नकुल नाथ शायद फिर से छिंदवाड़ा के सांसद बन जाते।
अमरवाड़ा सीट से लड़ चुके हैं विधानसभा का चुनाव
देव रावण भलावी को देवीराम नाम से भी जाना जाता है। वे 2023 में छिंदवाड़ा लोकसभा के अंतर्गत आने वाली अमरवाड़ा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। इस दौरान उन्हें अमरवाड़ा सीट से 20,000 के करीब वोट मिले थे। देवीराम के बारे में कहा जा रहा है कि 26 साल की उम्र में वे 1 किलो महुआ और 1 पाई धान लेकर चुनाव लड़ने निकले थे। छिंदवाड़ा में लोकसभा चुनाव के बाद अब इस युवा नेता की प्रतिभा पर नजर रहेगी।
ये खबर भी पढ़िए...
कांग्रेस को अपने गढ़ छिंदवाड़ा में पस्त करने वाले कौन है विवेक बंटी साहू ?
छिंदवाड़ा में 11 बार नाथ परिवार के सांसद
इस बीच देखने वाली बात यह है कि छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर सिर्फ एक बार भाजपा के सांसद की जीत हुई थी। 1997 में सुंदर लाल पटवा ने जीत दर्ज की थी। हालांकि 1998 में फिर से चुनाव हुए। यहां कमलनाथ ने जीत दर्ज की। कमलनाथ छिंदवाड़ा से 9 बार सांसद रहे हैं। उनकी पत्नी अलका नाथ एक बार और बेटे नकुल नाथ एक बार सांसद रहे हैं।
thesootr links