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ग्वालियर. यहां के बड़ागांव खुरैरी में एक निर्मम घटना सामने आई है। एक सौतेली मां ने 10 साल के बेटे को जहर दे दिया। बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे हॉस्पिटल ले जाया गया। दूसरे दिन हॉस्पिटल में मासूम की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। सौतेली मां ने पहले तो कहा कि बच्चे ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया होगा, फिर कहा कि उसे किसी सांप ने काटा होगा। बाद में सौतेली मां ने पुलिस के सामने जहर देने की बात कुबूल की। पुलिस ने उसके पास से जहर की पुड़िया भी बरामद की। हत्या की मुख्य वजह बच्चे के नाम 18 लाख की एफडी (FD) थी। ये रुपए मासूम को अपनी मां के सड़क हादसे में मौत के बाद बीमा क्लेम में मिले थे। सौतेली मां की नजर इन रुपयों पर थी।
खाना खाने के बाद तबियत हुई खराब
23 सितंबर को बड़ागांव खुरैरी निवासी राजू मिर्धा (37) का 10 साल का बेटा नितिन की खाना खाने के बाद अचानक तबीयत खराब हो गई। वह बार-बार उल्टी कर रहा था। जब उसकी हालत गंभीर हो गई तो उसे अस्पताल में भर्ती राया गया। जहां 24 सितंबर को उसने उपचार के दौरान तड़पते हुए दम तोड़ दिया। नितिन राजू की पहली पत्नी सीमा का बेटा था। सीमा की 4 साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद राजू ने 2019 में जूली (32) से शादी की थी।
FD के पैसों पर थी सौतेली मां की नजर
बच्चो को अस्पताल पहुंचाने के बाद सौतेली मां जूली और नाना ने पहले खाने में कुछ जहरीला पदार्थ खाने की बात कही, फिर सांप के कांटने की बात कही, लेकिन डॉक्टर ने बताया कि नितिन को तोज जहर दिया गया था। इसके बाद पुलिस को सौतेली मां पर शक हुआ। पुलिस ने केस दर्ज कर पिता से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में पता चला कि सीमा की मौत के बाद बीमा क्लेम 16 लाख रुपए मिला था। इसमें दो लाख रुपए मिलाकर राजू ने बेटे के नाम फिक्स डिपोजिट (FD) कर दिया था।
जूली FD में से कुछ रुपए मांग रही थी, लेकिन पति ने मना कर दिया। घटना वाले दिन उसने उसे प्यार से खाना खिलाया और उसमें जहर मिला दिया। सौतेली मां ने सोचा था कि वह नितिन की मौत को एक हादसा या खुदकुशी बताएगी। जब पुलिस ने सौतेली मां से थाना में लाकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
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