Bhopal. प्रदेश में नक्सल व आतंक विरोधी अभियानों (Anti naxalite and Terrorist movement), सांप्रदायिक दंगों( Communilism riot) और कानून व्यवस्था की स्थिति में सराहनीय कार्य (Excilent Work) करने वाले 61 पुलिस कर्मियों को रुस्तम जी पुरस्कार( Rustam ji Award) से सम्मानित किया जाएगा। ये पुरस्कार दो साल से बंद थे। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narrottam Mishra) ने इन पुरस्कारों की घोषणा करते हुए कहाकि इस साल तीन श्रेणियों (Catagaries) को प्रदेश के 61 पुलिस कर्मियों को रुस्तम जी पुरस्कार दिए जाएंगे।
दंगों, नक्सल विरोधी अभियानों में सराहनीय सेवा के लिए पुलिस कर्मियों को फिर मिलेगा रुस्तमजी पुरस्कार। दो साल से नहीं मिले थे अवार्ड। मप्र सरकार इस साल 61 पुलिस कर्मियों को देगी पुरस्कार। गृह मंत्री @drnarottammisra ने किया ऐलान।@ChouhanShivraj @vdsharmabjp #bjp #Politics #Police pic.twitter.com/Ii8RsQM5q2
— TheSootr (@TheSootr) July 7, 2022
गृह मंत्री मिश्रा ने बताया कि गंभीर स्थितियों में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को प्रदेश में सरकार द्वारा रुस्तम जी पुरस्कार दिए जाते थे। दो साल से ये पुरस्कार नहीं दिए जा रहे थे। राज्य सरकार ने अपने साहसी पुलिस कर्मियों की सेवाओं को सम्मान (Reward) देने की दृष्टि से ये पुरस्कार फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। इस साल ये पुरस्कार (Award) तीन अलग-अलग श्रेणियों में कुल 61 पुलिस कर्मियों को दिए जाएंगे। इन तीनों श्रेणियों में 5 लाख से लेकर 50 हजार रुपए तक के पुरस्कार व प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
किस श्रेणी में कितना मिलेगा ईनाम
राज्य शासन द्वारा तीन अलग-अलग श्रेणियों में पुलिस कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। परम विशिष्ट श्रेणी में 5 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। इस श्रेणी में इस साल 5 पुलिस कर्मी सम्मानित किए जाएंगे। दूसरी अति विशिष्ट श्रेणी में दो साल रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इस साल ये पुरस्कार 6 पुलिस कर्मियों को दिए जाएंगे>जबकि तीसरी विशिष्ट श्रेणी में एकमुश्त 50 पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। इस साल में 50 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। सभी श्रेणी में पुरस्कार राशि के साथ प्रमाण पत्र (Certificate) भी दिए जाएंगे।
इसलिए दिया जाता है पुरस्कार
प्रदेश सरकार द्वारा ये पुरस्कार नक्सलवाद विरोधी व आतंकवाद विरोधी अभियानों, सांप्रदायिक दंगों और कानून व्यवस्था की गंभीर स्थितियों को नियंत्रण करने में निष्ठा पूर्वक उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को ये पुरस्कार दिए जाते हैं। गृह मंत्री मिश्रा का कहना है कि ये पुरस्कार दोबारा शुरू होने से प्रदेश के निष्ठावान एवं पद को समर्पित पुलिस कर्मियों में नई स्फूर्ति एवं ऊर्जा का संचार होगा।