CHHATARPUR. बागेश्वर धाम 19 फरवरी, रविवार को दिनभर चर्चा में बने रहे। पहले धीरेंद्र शास्त्री के छोटे भाई का वीडियो वायरल हुआ। इसमें उनका भाई शालिगराम गर्ग पिस्टल की नोक पर दलित परिवार को धमकी देता नजर आया। इसके बाद राजस्थान के बाड़मेर से परिजनों के साथ छतरपुर के बागेश्वर धाम आई 10 साल की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची को मिर्गी की बीमारी थी। परिजनों का कहना है कि बच्ची को बाबाजी ने भभूति भी दी, फिर भी वो नहीं बची।
18 फरवरी की रात को पूरी रात जागती रही थी बच्ची
बच्ची के परिवारजनों ने कहा कि 18 फरवरी, शनिवार की रात को बच्ची जागती रही थी। उसे कई बार मिर्गी के दौरे भी आए थे। 19 फरवरी को उसने आंखें बंद की तो हमें लगा कि उसे नींद आ गई, लेकिन ऐसा नहीं था, उसकी जान जा चुकी थी। हमें उसे जिला अस्पताल लेकर आए, यहां आने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
तबीयत ज्यादा खराब होने पर बाबा की शरण में आए थे
बच्ची की मामी गुड्डी का कहना है कि हम करीब डेढ़ साल से राजस्था से छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम आ रहे हैं। जब बच्ची को परेशानी ज्यादा हुई थी तो सोचा कि बाबा के पास ले जाने पर उसकी तबीतय ठीक हो जाएगी। बाबा ने भभूति दी, लेकिन वह नहीं बची।
रोते बिलखते परिजन निजी एंबुलेंस से शव लेकर राजस्थान हुए रवाना
बच्ची के मौत के बाद बागेश्वर धाम सहित जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम देखा गया। मौत के बाद परिजनों को जिला अस्पताल से एंबुलेंस तक शव ले जाने के लिए स्ट्रेचर तक नहीं मिला। सरकारी एंबुलेंस भी नदारद थी। बच्ची के परिजन उसके शव को गोद में उठाकर निजी एंबुलेंस तक ले गए। उन्होंने साढ़े रुपए देकर निजी एंबुलेंस बुलाई और से शव को राजस्थान के बाड़मेर ले गए।