Bhopal: मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव(Panchayat Election) के घमाशन के बीच अब तक 20 जिलों में 112 सरपंच(Sarpanch) निर्विरोध चुने गए हैं। खास बात यह है कि इसमें 75 महिलाएं है। अभी यह संख्या बढ़ सकती है। मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शुक्रवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था। इसके साथ ही कई जगह से चुनावी शोर और दांव पेंच के बगैर निर्विरोध चुनाव होने की सुखद खबर आई है। राज्य निर्वाचन आयोग(state election commission) को अब तक मिली जानकारी के अनुसार 20 जिलों में 112 सरपंच निर्विरोध चुने गए। इनमें 75 महिलाएं है। बता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chauhan) ने जनता से समरस पंचायत यानी निर्विरोध चुनाव करने की अपील की थी। इसके लिए सरकार की तरफ से पुरस्कार देने का भी ऐलान किया गया था। वहीं, महिलाओं को चुनने पर पंचायत को 15 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा
अब तक मिली जानकारी के अनुसार 20 जिलों में सबसे ज्यादा नर्मदापुरम में 22 सरपंच निर्विरोध चुने गए है। इसके अलावा मुरैना से 3, ग्वालियर से 1, गुना से 2, सागर से 15, रीवा से 1, सीधी से 2, शहडोल से 4, उमरिया से 2, जबलपुर से 15, बालाघाट से 6, सिवनी से 8, नरसिंहपुर से 7, छिंदवाड़ा से 9, विदिशा से 1, सीहोर से 6, खरगोन से 1, बड़वानी से 4, झाबुआ से 2, रतलाम से 1 सरपंच निर्विरोध चुना गया है।
73 वर्षीय छोटीबाई निर्विरोध बनी सरपंच
अब तक मिली जानकारी में निर्विरोध चुनी सरपंच की सूची में नरसिंहपुर जिले की नरसिंहपुर जनपद पंचायत की खापा ग्राम पंचायत की अनुसूचित जनजाति से 73 वर्षीय छोटीबाई से सरपंच चुना गया है। वहीं, सागर जिले की केसली जनपद पंचायत की देवरी नाहरमऊ ग्राम पंचायत में अनुसूचित जनजाति की 21 वर्षीय जानकी गौंड को सरपंच चुना गया है।