ललित उपमन्यु, इंदौर. RNT रोड का चेतक सेंटर, शहर का पॉश व्यवसायिक इलाका जहां बड़ी-बड़ी कंपनियों के दफ्तर होते हैं। पुलिस को उसी सेंटर के तीन दफ्तरों से मिलावटी ब्राउन शुगर का जखीरा पकड़ा है। इसके साथ ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। हैरानी की बात है कि शहर के बीचोंबीच चल रहे इस काले धंधे की भनक आसपास के लोगों को बिल्कुल नहीं थी।
15 करोड़ 18 लाख की मिलावटी ब्राउन शुगर जब्त
पुलिस ने तीनों ऑफिस से डेढ़ क्विंटल मिलावटी ब्राउन शुगर जब्त की है। जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 15 करोड़ 18 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने नशे के 4 सौदागरों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही चार लाख कैश, नोट गिनने की मशीन और मिलावटी ब्राउन शुगर बनाने के उपकरण भी बरामद किए है।
2 संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद राज खुले
चंदन नगर पुलिस ने सिरपुर तालाब के किनारे से दो संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया था। मोहम्मद हुसैन और कार्तिक मिलावटी ब्राउन शुगर बेच रहे थे। दोनों के पास से करीब एक किलो मिलावटी ब्राउन शुगर जब्त की गई। इसे अल्प्राजोलम से तैयार किया गया था। उस वक्त पुलिस को भी ये अंदाजा नहीं था कि इन दोनों आरोपियों के जरिए इतने बड़े मिलावटी ड्रग्स के गोरखधंधे का खुलासा होगा।
पुलिस ने चेतक सेंटर में दी दबिश
सिरपुर तालाब से पकड़े गए आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि RNT रोड पर चेतक सेंटर में सरगना और माल का जखीरा है। पुलिस जब सूचना के आधार पर चेतक सेंटर पहुंची तो हैरान रह गई। पुलिस ने डेढ़ क्विंटर ब्राउन शुगर जैसा नशीला पदार्थ बरामद किया, ये मिलावटी ब्राउन शुगर थी जो अल्प्राजोलम से तैयार की गई थी। इसके अलावा 4 लाख कैश, नोट गिनने की मशीन, मिक्सर, बड़े टब, प्लास्टिक ड्रम, मास्क, वेट मशीन और अन्य सामान जब्त किया। पुलिस ने तीनों आरोपियों सूरज जादौन, कोमल सिंह और दिनेश राठौर को गिरफ्तार किया है। इंदौर पुलिस अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार चला रही है।
उत्तर प्रदेश से जुड़े तार
आरोपियों ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर से नशीला पदार्थ लाते हैं, इसमें वे ड्रग्स मिलाकर दोगुना कर देते हैं। तीनों दफ्तर राघव के नाम पर किराए पर लिए हैं। राघव ही माल सप्लाई करता है, फिलहाल वो फरार है उसकी तलाश जारी है। कोमल पहले मुजफ्फर नगर में राघव के साथ फैक्ट्री में काम करता था जहां नशीला पदार्थ बनाया जाता था। वहां से कोमल ने ये बनाना सीखा था।
मध्यप्रदेश और दूसरे प्रदेशों में भी बेचते थे ड्रग्स
आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि वे मध्यप्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, मंदसौर, जबलपुर और सागर में ड्रग्स बेचते थे। इसके अलावा वे महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब में भी ड्रग्स की सप्लाई करते थे। इंटरनेशनल मार्केट में एक किलो ड्रग्स की कीमत एक करोड़ रुपए होती है, लेकिन आरोपी उसे 10 से 12 लाख रुपए में सप्लाई करते थे। राघव ही पूरा मैनेजमेंट देखता था, उसने दूसरे व्यवसाय का लाइसेंस लिया था और उसकी आड़ में नशे का धंधा कर रहा था।