KHARGONE. खरगोन जिले के बड़वाह में यात्री बस पलटने से 3 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में 47 लोग घायल हुए हैं। इनमें 12 गंभीर घायलों को इंदौर रेफर किया है। इनमें एक यात्री का हाथ धड़ से अलग हो गया है। बस इंदौर से खंडवा जा रही थी। ओवरटेक करने के दौरान बस बेकाबू हो गई और तीन बार पलटी खाई। इधर सिंगरौली में भी दो बाइक की टक्कर में 4 लोगों की मौत हो गई।
यात्रियों का कहना है कि ड्राइवर शराब पिया हुआ था
हादसा बड़वाह से करीब 7 किलोमीटर दूर सुबह करीब साढ़े 11 बजे बागफल और मनिहार के बीच हुआ। यात्रियों का कहना है कि ड्राइवर शराब पिया हुआ था। बड़वाह की ओर जाते समय ड्राइवर तेज गति से बस चला रहा था। इसी दौरान एक कार को ओवरटेक करते समय बस बेकाबू हो गई और पलट गई। 38 सीटर बस में 50 यात्री सवार थे। मरने वाले यात्रियों में दो पुरुष और एक महिला है। हादसे में देवास की रहने वाली निर्मला (45) पति राजेश मेहर और इंदौर के रहने वाले रवि (30) पिता राजाराम गाठिया और श्रवण पिता राधेश्याम की मौत हो गई।
यह खबर भी पढ़ें
यात्री बोला- ड्राइवर को कई बार धीमे चलाने को कहा, बस ने 3 पलटी खाई
इंदौर के चंदन नगर में रहने वाले असरद मंसूरी भी बस में थे। असरद बस से सनावद जा रहे थे। उन्होंने बताया कि बस में भीड़ ज्यादा होने की वजह से वे बोनट पर बैठे थे। ड्राइवर बहुत स्पीड में बस चला रहा था। उसे कई बार धीमे चलाने के लिए कहा। बस दो बार सड़क से नीचे भी उतरी। इसके बाद ड्राइवर ने कार को ओवरटेक किया। इसमें बस का एक पहिया रोड से नीचे उतर गया। ड्राइवर ने बस को वापस रोड पर चढ़ाने की कोशिश, लेकिन वह नियंत्रण खो बैठा। बस वापस रोड पर नहीं चढ़ी। रफ्तार ज्यादा होने से बस तीन बार पलटी खाई और कांटों वाली झाड़ियों में घुस गई।
मृतकों को 4-4 लाख का मुआवजा
बड़वाह सिविल अस्पताल पहुंचे कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि बेहद दुखद घटना हुई। तीन लोगों की मौत हुई है। मृतकों को शासन के नियमानुसार 4 लाख का मुआवजा मिलेगा। हमारे लिए एक-एक जान कीमती है। 4 दिन में 3 बस दुर्घटनाएं हुई हैं। जिले में अब ओवर स्पीडिंग करने वाले बस चालकों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी। इस संबंध में भी परमिट को लेकर इंदौर आरटीओ से चर्चा की जाएगी। स्कूल बसों में भी स्पीड गवर्नर लगें और उनका पालन हो। ऐसी कार्रवाई जिले में होगी।
शौर्य यात्रा छोड़ मदद करने पहुंचे स्वयंसेवक
बड़वाह में रविवार दोपहर एक बजे से विहिप-बजरंग दल की शौर्य यात्रा निकाली जानी थी। इसके लिए स्वयंसेवक मैदान में जुट रहे थे। जैसे ही उन्हें बस हादसे की सूचना मिली तो सभी यात्रा छोड़कर अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने घायलों की मदद की। कुछ सवंयसेवक मौके पर भी पहुंचे। वे घायलों को अस्पताल ले गए। बस हादसे में जान गंवाने वाले युवक के छह साल के बेटे को सांत्वना दी।