अजय छाबरिया, BHOPAL. एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के लिए युवा संगम योजना के तहत संस्कृति का आदान-प्रदान करने के लिए मध्यप्रदेश के छात्र कर्नाटक जाएंगे। जिसमें प्रदेश संस्कृति के बारे में जानेंगे और युवाओं के बीच सांस्कृतिक ज्ञान और संस्कृति का आदान-प्रदान होगा, जो एक नव भारत के निर्माण में मददगार साबित होगा।
युवा संगम योजना में कर्नाटक जाएंगे छात्र
मध्य प्रदेश के 1321 छात्रों में से 45 छात्रों का चयन किया गया है। चयनित छात्र विज्ञान, कॉमर्स, टेक्नोलॉजी, आर्ट्स आदि विषयों से कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं। मध्य्प्रदेश के छात्र 10 मई को गोवा एक्सप्रेस से सुबह 2 बजकर 35 मिनट पर भोपाल स्टेशन से मडगांव कर्नाटक के लिए जाएंगे और कर्नाटक की संस्कृति के बारे में जानेंगे। इस दौरान छात्र संस्कृति का आदान-प्रदान कार्यक्रमों में कौशल विकास पर वर्कशॉप और ऐतिहासिक के साथ सांस्कृतिक स्थलों को घूमेंगे जहां धार्मिक प्रसिद्धि की बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।
स्थान विशेष के व्यंजनों का चखेंगे स्वाद
कर्नाटक से आने वाले छात्र मध्यप्रदेश के कुछ प्रमुख स्थानों के विशेष व्यंजनों का स्वाद चखेंगे और इसके पीछे के राज को समझेंगे। इसके अलावा लोगों की परम्पराओं के साथ रीति-रिवाजों को जानेंगे। मैनिट स्टूडेंट वेलफेयर डीन डॉ. केआर अहरवाल का कहना है की कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र जो अपनी पढ़ाई के साथ व्यक्तिगत विकास में रुचि रखते हैं ऐसे छात्रों के लिए यह एक खास अवसर होगा। इसमें छात्र का चहुंमुखी विकास होगा और छात्र की प्रतिभा निखरने में भी सहायता मिलेगी।
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13 मई को आएंगे कर्नाटक के छात्र
युवा संगम नोडल ऑफिसर डॉ. रवि कुमार दुवेदी ने बताया की युवा संगम योजना के तहत कर्नाटक के 45 छात्र 13 मई को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल गोवा एक्सप्रेस से आएंगे और भोपाल स्टेशन पर उतरेंगे। मैनिट की टीम स्वागत व अभिनंदन करेगी। 14 मई को मैनिट को छात्रों को किट प्रदान की जाएगी इसके बाद जनजातीय म्यूजियम और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय संग्रहालय को देखेंगे। सभी छात्र भोपाल कलेक्टर के साथ डिनर करेंगे और पुलिस कमिश्नर पॉलिसी के बारे में जानेंगे | इन सभी जगहों पर छात्रों के आने जाने के लिए बस की सुविधा रहेगी।
15 मई को ग्राम कंकड़िया जाएंगे छात्र
सुबह 9 बजे स्मार्ट पार्क में सीएम शिवराज सिंह चौहान के पौधरोपण करेंगे उसके बाद जनजातीय ग्राम कंकड़िया में जाएंगे। वहां जनजातीय लोगों के साथ बातचीत करेंगे और उनके रहन-सहन के बारें में जानेंगे। दोपहर 2 बजे राजभवन पहुंचकर गवर्नर के साथ मीटिंग की जाएगी। शाम 5 बजे भोजपुर मंदिर घूमेंगे वहां धार्मिक ज्ञान के साथ-साथ ऐतिहासिक जानकारी जुटाएंगे।