NEEMUCH. शहर में एचडीएफसी बैंक नीमच शाखा में करीब 6 करोड़ 50 लाख के घोटाला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बैंक का कर्मचारी केश डिपॉजिट मशीन से रुपए गायब करता था, जिसका खुलासा बैंक की ऑडिट रिपोर्ट से हुआ है मामले में बैंक की शिकायत पर कैंट पुलिस ने आरोपी कर्मचारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। घोटाले की बात सामने आने के बाद संबंधित कर्मचारी परिवार समेत फरार हो गया है।
बैंक अफसर भी मामले में टालमटोल करते रहे
हालांकि, शनिवार को एचडीएफसी बैंक के रतलाम डिवीजन मैनेजर नवीन पिता कृषानंद प्रसाद निवासी शधि नगर नीमच की रिपोर्ट पर कैंट पुलिस ने नीमच शाखा में कार्यरत कर्मचारी रितेश पिता राजेन्द्र ठाकुर निवासी जबलपुर हाल मुकाम शक्ति नगर नीमच के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन करने की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। इस मामले में जब एचडीएफसी बैंक नीमच के जिम्मेदारों से संपर्क साधा गया, तो वे मामले में टालमटोल करते रहे और कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
बैंक की केश डिपॉजिट मशीन रुपए निकालता था आरोपी
बताया जा रहा है कि आरोपी रितेश ठाकुर एचडीएफसी बैंक मैं कर्मचारी था। इस दौरान आरोपी की ड्यूटी बैंक की कैश डिपॉजिट मशीन से रुपए निकालने की थी। कैश डिपॉजिट मशीन से जितने रुपए निकलते थे, आरोपी उतने रुपए बैंक के कैश काउंटर पर जमा न कराते हुए कुछ राशि अपनी कार में रख देता था, जिसका खुलासा भी बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से हो चुका है।
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मशीन की गड़बड़ी का आरोपी ने उठाया फायदा
बैंक सूत्रों का कहना है कि बैंक की जांच में यह बात सामने आई है कि केश डिपॉजिट मशीन में कुछ तकनीकी दिक्कत थी, जिसके कारण उपभोक्ता जो पैसा मशीन में जमा कराते थे, उसकी एंट्री तो उनके खाते में जमा हो जाती थी, लेकिन बैंक के रिकार्ड में राशि कम दर्ज हो रही थी। उदाहरण के तौर में कैश डिपॉजिट मशीन की क्षमता 50 लाख रुपए तक एकत्र करने की है। 50 लाख मशीन में जमा होने के बाद उसे खाली करना जरूरी है, लेकिन मशीन में तकनीकी दिक्कत होने से मशीन में तो 50 लाख रुपए जमा हो रहे थे, पर बैंक के रिकार्ड में सिर्फ 45 लाख जमा होने की बात सामने आ रही थी। इसका फायदा बैंक कर्मचारी रितेश ठाकुर ने उठाया और कैश डिपाजिट मशीन से रुपए निकालने के दौरान आरोपी ने घपले को अंजाम दिया।
गबन का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है
इस मामले में नीमच कैंट थाने के टीआई योगेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि एचडीएफसी बैंक के रतलाम डिविजन मैनेजर की रिपोर्ट पर बैंक की नीमच ब्रांच के कर्मचारी रितेश ठाकुर के खिलाफ 6.50 करोड़ रुपए के गबन का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। फिसहाल आरोपी करार हो गया है, जिसकी तलाश जारी है।
डेढ़ करोड़ रुपए लौटाने के बाद आरोपी परिवार सहित गायब
पूछताछ में आरोपी ने गड़बड़ी करने की बात तो स्वीकार की, लेकिन उसका कहना था कि उसने इतनी अधिक गड़बड़ी नहीं की है। आरोपी में करीब डेढ़ करोड़ रुपए बैंक अधिकारियों को लौटा भी दिए थे, इसके बाद आरोपी ने शेष राशि लौटाने के लिए कुछ समय मांगा था| जैसे ही बैंक अधिकारियों ने आरोपी को छोड़ा वह अपने परिवार के साथ घर से गायब हो गया है पुलिस पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई है कि आरोपी ने कुछ समय पहले शक्ति नगर में एक मकान भी खरीदा था, जिसमें ही आरोपी निवास कर रहा था। आरोपी जब परिवार के साथ फरार हो रहा था, तब पड़ोसियों को यह कह कर गया कि परिवार में बच्ची का जन्म हुआ है, जिस कारण जबलपुर जा रहे हैं जल्द लोट आएंगे।
ऑडिट के दौरान हिसाब-किताब में पकड़ाई गड़बड़ी
एचडीएफसी बैंक में कर्मचारी रितेश ठाकुर कितने समय से कैश डिपाजिट मशीन से रुपए गायब करहा था, इसके बारे में तो बैंक जिम्मेदार कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन पुलिस रिपोर्ट में जो कहानी बताई गई है, उसमें यह बात सामने आई है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 का समापन 31 मार्च होगा। इसी के मद्देनजर बैंक में ऑडिट की कार्रवाई चल रही है ऑडिट के दौरान हिसाब-किताब का मिलान किया गया, तो मशीन में जमा होने से वाले रूपए में करीब 6 करोड़ 50 लाख की गड़बड़ी पाई।
सीसीटीवी फुटेज दिखाने पर आरोपी ने कबूल किया
कैश डिपॉजिट मशीन में रुपए तो जमा हुए, लेकिन बैंक में नहीं। इसके बाद कैश डिपाजिट मशीन से रुपए निकलने वाले कर्मचारी रितेश ठाकुर से पूछताछ की गई, तो पहले वह गड़बड़ी करने से इंकार करता रहा, लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाए गए, तो उसने गड़बड़ी करना कबूल किया।