एंटी माफिया अभियान के तहत इंदौर में प्रशासन, पुलिस और नगर निगम ने 24 सितंबर को बड़ी कार्रवाई करते हुए सीलिंग की जमीन पर बने दो मैरिज गार्डन समेत 50 दुकानें जमींदोज दीं। सुबह 5:00 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई करीब 3 घंटे चली। ये गार्डन यूनुस पटेल, सलीम पटेल और सोहराब पटेल की मिल्कियत के बताए जाते हैं। ये तीनों गुमटी माफिया के रूप में कुख्यात हैं। इस कार्रवाई को इंदौर के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है।
अभी और कार्रवाई होगी
कलेक्टर के मुताबिक, इंदौर में इस तरह के कई निर्माण चिन्हित किए गए हैं और इन पर आने वाले दिनों में बुलडोजर चलेगा। सूत्रों का कहना है कि बांगड़दा क्षेत्र के सपना बार को भी आने वाले दिनों में ढहाया जाएगा। बार में जहरीली शराब पीने से पिछले दिनों कई लोगों की मौत हो गई थी। 20 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कमिश्नर आईजी डीआईजी और कलेक्टर से रूबरू हुए थे और इसी दौरान उन्होंने एंटी माफिया अभियान सख्ती से चलाने के निर्देश दिए थे। इसी के बाद इंदौर प्रशासन ने पुलिस और नगर निगम के साथ मिलकर अवैध निर्माण पर कार्रवाई की तैयारी कर ली थी।
तीन भाई गुमटी माफिया के नाम से कुख्यात
कनाड़िया रोड को गुमटी माफिया के रूप में जाना जाते है। सोहराब पटेल, यूनुस पटेल और सलीम पटेल का वर्षो से आतंक था। इस परिवार के सभी भाई वसूली के धंधे में थे। नगर निगम ने नोटिस जारी किया था। पूछा गया था कि परमिशन है कि नहीं। सलीम ने उस वक्त फर्जी दस्तावेज पेश किए थे। फर्जी दस्तावेज पेश करने के आरोप में नगर निगम द्वारा FIR दर्ज कराई गई।
ये कितनी बड़ी कार्रवाई?
इंदौर की कार्रवाई में करीब 1 हजार करोड़ रुपए की जमीन मुक्त हुई। सीजन में दोनों गार्डन से 1 करोड़ की कमाई होती थी। दोनों मैरिज गार्डन को बने 10 साल हो चुके हैं। प्रेमबंधन गार्डन ने गार्डन के पीछे बना होटल ओयो से भी बुक होता था।