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Jabalpur. साल 2003-04 में हुई धान खरीदी में पद का दुरूपयोग कर जमकर धांधली किए जाने के मामले में ईओडब्ल्यू ने जांच कर 3 समितियों गोसलपुर, कुशनेर और बनखेड़ी में धान खरीदी में भ्रष्टाचार की होली खेलने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोप है कि समिति के तत्कालीन अध्यक्षों और प्रबंधकों ने किसानों से मिलीभगत कर पैदावार से कहीं ज्यादा धान को समर्थन मूल्य पर बेचा गया था। जिससे शासन को लाखों रुपए की आर्थिक क्षति हुई थी।
22 समितियों की हुई थी जांच
इस मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की जबलपुर इकाई द्वारा 22 समितियों में हुई धानखरीदी की गहन जांच की गई थी। जिसमें गोसलपुर, कुशनेर और बनखेड़ी की सोसायटी में जमकर धांधली के सबूत ईओडब्ल्यू को मिले, जिसके बाद तीनों समिति के तत्कालीन अध्यक्षों और अन्य के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया गया है। मामले में बैजनाथ और भोलाराम नाम के कृषकों का तीनों जगह नाम सामने आया है। इनके अलावा भी कई अन्य किसान है जो मामले में आरोपी बनाए गए हैं।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मामला
गोसलपुर समिति के तत्कालीन अध्यक्ष संजय सिंह ठाकुर, कृषक रामकुमार, भोलाराम एवं अन्य पर पैदावार से अधिक धान विक्रय कर शासन को 6 लाख 35 हजार रुपए की आर्थिक क्षति पहुंचाने के आरोप में, कुशनेर समिति की तत्कालीन अध्यक्ष शशिबाई पटेल, प्रबंधक हरिशंकर दुबे और कृषक बैजनाथ भोलाराम एवं अन्य के खिलाफ शासन को करीब 13 लाख 84 हजार की क्षति पहुंचाने के आरोप में, इसके साथ ही बनखेड़ी समिति के तत्कालीन अध्यक्ष रामसिया ठाकुर, प्रबंधक हबीब खान, कृषक बैजनाथ और भोलाराम एवं अन्य के खिलाफ शासन को 7 लाख 50 हजार रुपए की क्षति पहुंचाने के आरोप में 420, 120 बी व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।