इंदौर: अपर कलेक्टर के IIT में पढ़ रहे बेटे ने खुदकुशी की, मनमाफिक जॉब ना मिलने से परेशान था

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इंदौर: अपर कलेक्टर के IIT में पढ़ रहे बेटे ने खुदकुशी की, मनमाफिक जॉब ना मिलने से परेशान था

इंदौर. IIT खड़गपुर से पढ़ाई करने वाले एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। आत्महत्या (suicide) करने वाला युवक इंदौर के अपर कलेक्टर (additional collector) का बेटा है। बताया जा रहा है कि डिप्रेशन (depression) होने की वजह से उसने ये कदम उठाया। कॉलेज प्लेसमेंट (college placement) में अच्छी पैकेज (package) वाली जॉब नहीं मिलने की वजह उसने सुसाइड का फैसला लिया। मरने से पहले उसने 2 पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा।पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है।

सुसाइड नोट में दोस्तों का जिक्र

सार्थक जे विजयवत (19) स्कीम नंबर-78 में रहता था। पिता ब्रजेश कुमार नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ( NVDA) में एडिशनल डायरेक्टर हैं। सार्थक ने सुसाइड नोट में काका देवेंद्र और राजू काका भी जिक्र किया। कोचिंग के दोस्तों का भी जिक्र सुसाइड नोट में था।

सुसाइड नोट में लिखा - आई क्विट!

अपर कलेक्टर के बेटे ने सुसाइड नोट में लिखा कि - सॉरी! और अब क्या ही बोल सकता हूं। जिन उम्मीदों से JEE की तैयारी की थी, उनके टूटने के बाद ही सब कुछ बिगड़ता चला गया। कहां सोचा था कैम्पस जाऊंगा, इन्जॉय करूंगा और कहां ये ऑनलाइन असाइन्मेंट में फंस गया। शायद टाला जा सकता था। कई बार मौका था। पापा आपको थोड़ा सा टाइम स्पेंड करना था। हम सबके साथ बात करना चाहिए थी। हमसे आधी बात करते तो भी चल जाता। मन था कहने का तो लिख दिया। आई क्विट।

TheSootr Additional Collectors son studying in IIT committed suicide was upset due to not getting the desired job