Damoh. दमोह के देहात थाना के देवरान गांव में 25 अक्टूबर की सुबह एक ही परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। प्रशासन के द्वारा आज हत्या के आरोपियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में गांव में पुलिस बल तैनात था। वहीं गुरूवार को पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 7 में से 6 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि 1 दिन पहले गुरुवार को दलित समाज के द्वारा जिला प्रशासन को पीड़ित परिवार की ओर से एक ज्ञापन दिया गया था और 24 घंटे का अल्टीमेटम प्रशासन को दिया था। जिसमें मांग की गई थी कि आरोपियों के घर नहीं गिराए गए तो वह खुद जाकर गिरा देंगे। आज अल्टीमेटम खत्म होते ही सुबह कलेक्टर के निर्देश पर बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी देवरान गांव पहुंचे और आरोपियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से गिराया गया। आरोपियों ने अतिक्रमण कर एक मकान और एक दुकान का निर्माण किया था। मकान के अंदर रखा सामान आरोपियों के परिजनों के सुपुर्द किया गया है।
कार्रवाई के दौरान एएसपी शिव कुमार सिंह, एसडीएम दमोह गगन बिसेन, पथरिया एसडीएम अंजलि द्विवेदी, नायब तहसीलदार महेंद्र प्रताप उदैनिया, आर आई परसोत्तम, पटवारी सुमित, थाना प्रभारी दमोह देहात अमित मिश्रा, चौकी प्रभारी सागर नाका गरिमा मिश्रा की मौजूदगी में नगरपालिका को जेसीबी के माध्यम से अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है।
देवरान गांव में महिला से छेड़छाड़ संबंधी विवाद को लेकर आरोपी जगदीश पटेल के परिवार के लोगों द्वारा दलित समाज के 5 लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी। जिसमें घमंडी अहिरवार उसकी पत्नी राज प्यारी और पुत्र मानक अहिरवार की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि दो बेटे महेश और बल्लू गंभीर रूप से घायल हुए थे जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में सात नामजद आरोपियों पर मामला दर्ज किया था और लगातार दबिश देते हुए गुरुवार की रात तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है केवल एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश भी की जा रही है। इस घटनाक्रम को लेकर को प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है और जगह जगह ज्ञापन दिए जा रहे हैं।
प्रदेश में मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री सहित तमाम नेताओं ने घटना की निंदा की थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर 2 दिन पूर्व प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह देवरान गांव पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे और आठ लाख की सहायता राशि उपलब्ध कराई थी। इसके अलावा परिवार की पूरी जवाबदारी सरकार के द्वारा उठाने की बात कही गई थी। अभी भी पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील है और एक अस्थाई चौकी वहां पर निर्मित की गई है। जहां पुलिस 24 घंटे पूरे परिवार की सुरक्षा में गांव में तैनात है।