रतलाम. सरकार युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। लेकिन MPPSC का एक आदेश हजारों छात्रों के लिए मुसीबत बन गया है। दरअसल, एमपीपीएसी (mppsc exam) ने 2021 के लिए जो विज्ञापन जारी किया है उसमें लिखा है कि कैंडिडेट की उम्र 1 जनवरी 2022 से गिनी जाएगी। अब इस नियम की वजह से हजारों छात्रों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि वो ओवरएज हो जाएंगे।
स्टूडेंट्स के जायज तर्क: प्रतियोगी एग्जाम (competitive exam) की तैयार कर रहे स्टू़डेंट्स का कहना है कि कोरोना का बहाना बनाकर सरकार ने दो साल तक कोई वैंकेसी नहीं निकाली। अब साल 2021 की MPPSC 22 में निकाली है। लेकिन इसके लिए उम्र की सीमा जनवरी 2022 को माना जाएगा। इस कारण MPPSC की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स उम्र के फैक्टर (MPPSC Age factor) के कारण एग्जाम नहीं दे पाएंगे। प्रदेश के करीब 15 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स इस एज फैक्टर के कारण प्रभावित होंगे।
सरकार से मांगें: रतलाम के युवाओ की सरकार से दो मांगे है। पहला की 2 साल से कोरोना काल मे बनी परिस्थितियों के कारण शासकीय सेवा में भर्ती प्रक्रिया में कई बेरोजगार हिस्सा नहीं ले पाए, जिसके कारण वंचित रह गए बेरोजगारों के लिए 2 साल की आयुसीमा बढ़ाकर उन्हें मौका दिया जाए। दूसरा MPPSC 2021 भर्ती परीक्षा के लिए साल के अंत में 22 दिसम्बर 2021 को विज्ञापन जारी किया गया, और उसमें भी उम्र की सीमा 1 जनवरी 2022 कर दी गई। इस कारण जो लोग साल 2021 में एग्जाम के पात्र थे, वे अब 2022 में एग्जाम देने के लिए पात्र नहीं है।
व्हिसल ब्लोअर का सीएम और पीएम को पत्र: कांग्रेस नेता और व्यापमं (vyapam whistle blower) मामले के व्हिसल ब्लोअर पारस सकलेचा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (cm shivraj) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) को पत्र लिखकर सरकारी भर्ती में उम्र की सीमा बढ़ाने की मांग की है।