भोपाल. पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता कुसुम महदेले (Kusum Mahdele) ने पार्टी संगठन पर सवाल उठाए हैं। महदेले ने आरोप लगाया कि भू-माफिया (Land Mafia) का विरोध करने के कारण उन्हें अपनी सदस्यता गंवानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि, 'पन्ना (Panna) के एक नामचीन भू-माफिया का विरोध करने पर मुझे अपनी प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्यता गवांनी पड़ी। अफसोस! बीजेपी में 50 साल तक निष्ठा पूर्वक काम करने का यह पुरस्कार है।' 28 नवंबर को ट्वीट कर उन्होंने अपना दर्द बयां किया है।
पार्टी प्रेसिंडेंट पर सीधा निशाना
उन्होंने कहा कि 'बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा हैं तो भिंड-मुरैना के लेकिन सांसद पन्ना खजुराहो से हैं और पिछड़े भी नहीं हैं। जिन्हें कहीं से कोई गुंजाइश नहीं होती है वह पन्ना चले आते हैं और पन्ना के लोग सोचते हैं काश, हमारा सांसद स्थानीय होता। हम कमल वाले हैं न, जितवाते हैं।'
उन्होंने आगे कहा कि 'न हम वरिष्ठ है और न हम वरिष्ठ कार्यकर्ता में शामिल किए गए हैं। साल 1980 से बीजेपी के कार्यकर्ता जरूर है। लेकिन भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल नहीं है। उपेक्षित पिछड़ी जाति से है। गरीबों वंचितों की मदद जरूर करते हैं। यही हमारा गुनाह है।'
पन्ना के एक नामचीन भू माफिया का विरोध करने पर मुझे अपनी प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्यता गवांनी पड़ी।अफ़सोस!भाजपा में 50 साल निष्ठा पूर्वक कार्य करने का यह पुरस्कार है।
— kusum singh mahdele (@ikusummahdele) November 28, 2021
केन नदी में रेत खनन
उन्होंने कहा कि 'पन्ना की केन नदी (ken river illegal Minning) की रेत लुटने का जायजा तो लिया गया, लेकिन किसी जैव विविधता पर्यावरणविद का ध्यान इस ओर नही गया की केन नदी के कितने जलीय जीव जैसे मछलियां केकड़े कछुवै उदविलाव मेढक घोंघे सीप आदि करोड़ों अरबों की संख्या में रेत निकालने से मारे गए। इस पर भी वैधनिक कार्रवाई होना चाहिए।'
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