Bhopal. पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनावों के कारण अपने करियर को लेकर चिंतित राज्य और केंद्र सरकार कर्मचारियों व अधिकारियो को आज राहत मिल गई है। कल 3 जुलाई को मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा ली जाने वाली राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा (State Engineering Services Exam 2022) में चुनाव ड्यूटी आड़े नहीं आएगी। देर रात तक कार्यालय खोलकर सभी जिलों से ऐसे कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है, जिन्होंने इस परीक्षा के लिए आवेदन भरा है।
असल में इस परीक्षा में आड़े आ रही चुनाव ड्यूटी का हवाला देते हुए दमोह और मंदसौर के कर्मचारियों ने हाईकोर्ट ने याचिका दायर की थी। याविकाकर्ताओं ने अपनी याचिका में बताया था कि पीएससी द्वारा परीक्षा का अयोजन रविवार 3 जुलाइ्र को होना है। परीक्षा के लिए चुनाव ड्यूटी से मुक्ति देने के लिए जिला प्रशासन को आवेदन किया था, लेकिन प्रशासन ने छुट्टी देने से मना कर दिया है। मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने राज्य शासन को निर्देश दिए हैं कि वह अपने ऐसे सभी कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करे, जो इस परीक्षा में शामिल होना चाहते है। अदालत के आदेश के बाद एमपीपीएससी (MPPSC) ने भी बार फिर उम्मीदवारों (Candidates) को बड़ी राहत दी है। इससे चुनाव ड्यूटी में तैनात केंद्र व राज्य शासन के कर्मचारी भी अब राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा (State Engineering Services Exam 2022) में शामिल हो सकेंगे। मप्र उच्च न्यायालय (MP High court) ने राज्य सरकार से कहा कि वह अपने कर्मचारियों (Employees) को राज्य पीएससी परीक्षा (PSC Exam) में बैठने के लिए चुनाव ड्यूटी (Election duty) से मुक्त करे।
ये कर्मचारी पहुंचे थे कोर्ट
इस मामले में मंदसौर और दमोह के यश निगम और जाकिर ने याचिका दायर की थी। अपने आवेदन में कर्मचारियों ने राज्य में निकाय चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। पहले चरण में छह जुलाई और दूसरे चरण में 13 जुलाई को मतदान होना है। वे चुनाव ड्यूटी पर हैं और जिला मुख्यालय नहीं छोड़ सकते। उन्होंने MPPSC परीक्षा में बैठने के लिए फॉर्म भरे हैं, जो 3 जुलाई को होने वाली है। उन्होंने परीक्षा में शामिल होने की अनुमति के लिए आवेदन किया था, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया। याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि चुनावी ड्यूटी के कारण कई उम्मीदवार परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। जो कि उनके मौलिक अधिकारों का पूर्ण रूप से हनन है। इतना ही नहीं है कोर्ट ने सुनवाई के दौरान आदेश में कहा है कि 3 जुलाई को मतदान नहीं है। ऐसी स्थिति में उन्होंने कई जिलों के कलेक्टर को निर्देश दिया है कि 2 और 3 जुलाई को याचिकाकर्ता को चुनावी ड्यूटी न दी जाए ताकि वह अपनी परीक्षा में शामिल हो सके। इसके बाद वो वापस मुख्यालय लौट सकते हैं। याचिकाकर्ताओं के पक्ष में अधिवक्ता आदित्य संघी ने पैरवी पेश की थी। न्यायमूर्ति विशाल धगत की खंडपीठ के इस आदेश पर केंद्र् और राज्य शासन के कई कर्मचारी-अधिकारी इस परीक्षा से वंचित होने से बच गए है।
देर रात तक खुले रहे कार्यालय
हाईकोर्ट के आदेश के क्रियान्वयन और कर्मचारियों को इसका लाभ पहुंचाने अधिकांश जिला कार्यालयों में देर रात तक ड्यूटी कैंसिल करने का काम चलता रहा। आज छुट्टी के दिन भी ऐसे कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी निरस्त करने का काम चलता रहा, जो राज्य अभियांत्रिकी सेवा की परीक्षा में कल शामिल होने वाले है। अदालत का आदेश आने पर कई जिलों में ऐसे उम्मीदवार सामने आ गए हैं, जो चुनाव ड्यूटी कैंसिल न होने के कारण निराश हो गए थे।
पांचवी बार बदली एपी की सूची, इनको मिलेगा फायदा
चार साल से असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए दौड़भाग कर रहे उम्मीदवारों ( Candidates) के लिए राहत भरी खबर है। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग MPPSC ने एक बार फिर असिस्टेंट प्रोफेसर (Assistant professor 2017) के इतिहास और अर्थशास्त्र के लिए पुनरीक्षित सूची जारी कर दी है। इसका सीधा लाभ इन विषयों के उम्मीदवारों को मिलेगा। एमपीपीएससी ने कुल 254 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई थी। जिसके लिए अब पांचवीं बार पुनरीक्षण पुनरीक्षित सूची जारी की गई है। सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2017 के लिए संशोधित सूची जारी की गई है। इसमें अर्थशास्त्र के अलावा इतिहास को भी शामिल किया गया है। इसमें अर्थशास्त्र के 254 पदों पर भर्ती प्रक्रिया का आयोजन किया गया था, जिसमें से 37 पद को अब भी रिक्त रखा गया है। इसके लिए पत्र क्रमांक 4385 के लिए यह संशोधित सूची जारी की गई है। वही लोक सेवा आयोग द्वारा पत्र क्रमांक 4322 के लिए भी संशोधित सूची को जारी किया गया है बता दें कि पत्र क्रमांक 4322 द्वारा सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2017 में इतिहास विषय के लिए पांचवी बार संशोधित पुनरीक्षण सूची को जारी किया गया इससे पहले चार बार पुनरीक्षित सूची जारी की जा चुकी है। पत्र क्रमांक 4322 के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा 2017 की भर्ती कुल 175 पदों पर आयोजित की गई थी। जिसमें 10 पद को अब भी रिक्त रखा गया है। उम्मीदवार एमपीपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर पुनरीक्षित सूची की जांच कर सकते हैं। इतिहास और अर्थशास्त्र के अलावा विधि और भौतिकी विषय भी पुनरीक्षित सूची जारी की गई है।