BHOPAL. जनपद पंचायत चुनावों के दूसरे चरण के रिजल्ट गुरूवार को घोषित किए जा रहे हैं। इसकी शुरूआत राजधानी से हुई है और पहला रिजल्ट ही सत्तारूढ़ बीजेपी के खाते में गया है। राजधानी की फंदा के बाद बैरसिया जनपद पंचायत में भी बीजेपी समर्थक अध्यक्ष बने हैं। बैरसिया में बीजेपी की लता कुबेर सिंह गुर्जर निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं।
जनपद पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया का गुरूवार को दूसरा दिन है। दूसरे दिन गुरूवार को 143 जनपदों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुने जाना है। दूसरे दिन चुनाव प्रक्रिया शुरू होते ही पहला परिणाम भोपाल से आया है। यहां बैरसिया जनपद के लिए केवल एक ही नामांकन जमा किया गया। नामांकन का समय पूरा होते ही लता कुबेर सिंह गुर्जर को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। किसी अन्य दावेदार ने फार्म तक नहीं भरा। लता गुर्जर क्षेत्रीय विधायक विष्णु खत्री की समर्थक हैं। नव निर्वाचित अध्यक्ष लता के पति कुबेर सिंह गुर्जर बीजेपी के जिला ग्रामीण के महामंत्री हैं। उपाध्यक्ष पद के लिए प्रक्रिया फिलहाल चल रही है। भोपाल की एक और जनपद फंदा के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए बुधवार को चुनाव हुए थे। इसमें भी बीजेपी के प्रमोद राजपूत अध्यक्ष चुने गए थे।
पहले चरण में दोनों दल कर रहे जीत का दावा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत गुरूवार को जनपद पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए दूसरे चरण की चयन प्रक्रिया चल रही है। बुधवार को पहले चरण में 170 जनपदों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुने गए थे। इनमें से 121 पर बीजेपी और 43 पर कांग्रेस के अलावा 4 सीटों पर निर्दलीय और दो पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अध्यक्ष बने हैं। गुरूवार को दूसरे चरण में 143 जनपदों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया चल रही है। हालांकि बीजेपी के अलावा कांग्रेस भी अधिकतम सीटें जीतने का दावा कर रही है। बीजेपी ने 170 में से 121 जनपदों पर जीत का दावा किया है तो कांग्रेस भी 89 सीटों को अपना बता रही है। इसे लेकर दोनों दलों के बीच दूसरे दिन भी खींचतान मची हुई है। साथ ही आज भी अधिकतम सीटें जीतने का दावा किया जा रहा है। शाम तक प्रदेश के सभी 313 जनपदों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष निर्वाचित कर दिए जाएंगे। जनपद पंचायत अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली यानी निर्वाचित सदस्यों द्वारा बहुमत के आधार पर किया जाता है। जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव गैर दलीय आधार पर हो रहा है। प्रदेश में दो साल के लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई पंचायत चुनाव प्रक्रिया के तहत 313 जनपद पंचायतों के लिए सदस्यों का निर्वाचन तीन चरणों में जून में मतदान कराया गया था।
रीवा में 2 जनपद पर बीजेपी और 2 पर कांग्रेस का कब्जा
रीवा जिले में जनपद अध्यक्ष के चुनाव में गंगेव जनपद में कांग्रेस के विकास तिवारी अध्यक्ष चुने गए। उन्हें 17 वोट मिले। जवा जनपद में कांग्रेस की रेणु पांडेय अध्यक्ष बनीं, उन्हें 15 वोट मिले। सिरमौर जनपद में बीजेपी की रबीना साकेत अध्यक्ष बनीं। त्योंथर जनपद में बीजेपी की मोनू आदिवासी को अध्यक्ष बनाया गया।
गुना और रतलाम में लॉटरी से मिले नए अध्यक्ष
गुना जिले के आरोन और रतलाम की जावरा जनपद पंचायत में किस्मत के सहारे अध्यक्ष का चुनाव किया गया। आरोन में जनपद पंचायत के लिए दो उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किया था। अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी से समर्थित सुखीबाई ओर कांग्रेस समर्थित वैशाली ने फॉर्म जमा किए थे। कुल 22 प्रत्याशियों के वोट पड़े जिसमें दोनों को 11-11 वोट मिले। इससे दोनों के बीच रिजल्ट टाई हो गया। इसके बाद दोनों के नाम की पर्ची डालकर लॉटरी निकाली गई, जिसमें कांग्रेस की वैशाली के नाम की लॉटरी खुली और उन्हें अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया। गुना जिले की ही चाचौड़ा जनपद में एक वोट से जीतकर प्रकाश बाई पत्नी सुरेश मीना अध्यक्ष बनीं। प्रकाश बाई मीना बीजेपी समर्थित हैं, उन्होंने कांग्रेस समर्थित सरोज बाई को हराया।
रतलाम जिले की जावरा जनपद में भी यही स्थिति बनी, जहां अध्यक्ष पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में थे और दोनों को 11-11 वोट मिलने से रिजल्ट टाई हो गया। इसके बाद पर्ची डाली गई। लॉटरी खुलने पर बीजेपी की रुक्मणी हाड़ा को विजयी घोषित किया गया। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी तारा बाई परमार को हराया। जबकि रतलाम जिले की रतलाम जनपद में एक वोट से हार-जीत हो गई। यहां बीजेपी की साधना जायसवाल और कांग्रेस के बलबहादुर सिंह के बीच मुकाबला था। बीजेपी की साधना जायसवाल को 13 वोट मिले,जबकि कांग्रेस के बलबहादुर सिंह (गुड्डू बना) को 12 मत मिले। रतलाम जिले के ही पिपलोदा में भी एक वोट से हार-जीत का फैसला हुआ। यहां कांग्रेस के योगेंद्र सिंह और बीजेपी के भानु प्रताप सिंह के बीच मुकाबला था। कांग्रेस के योगेन्द्र सिंह उपरवाड़ा को 10 और बीजेपी के भानु प्रताप सिंह को 9 वोट मिले।
इन जनपदों में चल रहे हैं चुनाव
- भोपाल बैरसिया