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Damoh. दमोह ब्लाक की ग्राम पंचायत दतला के अंतर्गत आने वाले अमखेरा गांव के शासकीय प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक माधव साहू का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह कलेक्टर के प्रति अभद्र भाषा का उपयोग कर रहे हैं और अपने विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी को भी नहीं पहचानने की बात कह रहे हैं।
वह कथित वीडियो में यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि ना तो वह किसी जिला शिक्षा अधिकारी को जानते हैं ना ही कलेक्टर को। जब वह स्कूल आते हैं तो कलेक्टर उनके आगे पीछे घूमते हैं वह तो उनको नमस्ते भी नहीं करते। इस वीडियो के वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में भी लोग इस शिक्षक के प्रति तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। क्योंकि शिक्षक का कार्य होता है कि वह छात्रों को अच्छी शिक्षा दे एवं उनका अच्छा मार्गदर्शन करे। यदि शिक्षक जिले के मुखिया कलेक्टर और अपने विभाग के मुखिया जिला शिक्षा अधिकारी के प्रति ही इस प्रकार की अभद्र भाषा का उपयोग करेंगे तो वह छात्रों को किस प्रकार की शिक्षा दे रहे होंगे। यह वीडियो उसे बताने के लिए काफी है।
इस वीडियो में शिक्षक माधव साहू प्रिंसिपल के पास बैठे हैं और हाथ में जर्दा की पुड़िया लेकर जर्दा खा रहे हैं। उनके सामने कुछ सेल्समैन खड़े हैं जो उनसे किसी सामग्री को लेकर बात कर रहे हैं। शिक्षक माधव साहू ठेठ बुंदेली में कह रहे हैं कि वह किसी जिला जिला शिक्षा अधिकारी को नहीं जानते और न ही कलेक्टर को नमस्ते करते हैं। उल्टा जब वह स्कूल आते हैं तो कलेक्टर ही उनके आगे पीछे घूमते हैं। इसके बाद में वह कह रहे हैं उन्होंने 5 साल में यह पता नहीं किया कि जिला शिक्षा अधिकारी कौन है। जानकारों का मानना है कि बड़बोले शिक्षक को सबक सिखाने के लिए उसे जानने वाले ने ही यह वीडियो बनाकर वायरल किया है। हालांकि यह वीडियो वायरल होने के बाद अब दमोह कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य जांच की बात कह रहे हैं।
शासकीय स्थानों पर तंबाखू का सेवन रहता है निषेध
प्रदेश शासन द्वारा न केवल सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को निषेध कर रखा है बल्कि जिले के अनेक ऐसे मुख्यालय भी हैं जहां तंबाखू के सेवन पर भी प्रतिबंध लगाया है। यह बात और है कि इस नियम का पालन सख्ती से नहीं कराया जाता। अब देखना यह होगा कि वायरल हुए वीडियो में न केवल सरकारी स्कूल में तंबाखू का सेवन करने बल्कि जिलाधीश के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले ऐसे बड़बोले शिक्षक पर क्या कार्रवाई होती है?