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Jabalpur. जबलपुर में अब तक के इतिहास में इस साल पहली मर्तबा ऐसा हुआ है कि नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध के गेट 15 अगस्त से जो खोले गए आज तक बंद नहीं किए गए हैं। लगातार 39 दिन तक बरगी बांध के गेटों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। ऐसा रानी अवंति बाई सागर परियोजना के कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश के चलते हुआ है। बरगी बांध के निर्माण के बाद इससे पहले के सालों में बरगी बांध के गेट बांध लबालब होने के बाद दो-चार दिन में ही बंद कर दिए जाते थे। पुनः पानी बढ़ने पर बांध के गेट फिर खोलने और बंद करने का क्रम चलता रहता था लेकिन इस साल गेट खुले तो उनकी संख्या घटाने बढ़ाने का ही काम बांध प्रबंधन के जिम्मे रहा। गेट बंद करने की नौबत ही नहीं आ पाई।
बारिश के चलते 9 गेटों की ऊंचाई फिर बढ़ाई गई
गुरूवार को बरगी बांध के 9 गेटों की हाईट और बढ़ानी पड़ी है। दरअसल कैचमेंट एरिया में एक ही दिन में एक इंच से ज्यादा बरसात हो गई, जिसके कारण बांध प्रबंधन को यह फैसला लेना पड़ा। गेटों की ऊंचाई बढ़ाते ही प्रशासन ने एक बार फिर तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। बता दें कि बरगी बांध इन दिनों अपने पूर्ण भराव 422.76 मीटर से भी ज्यादा 422.9 मीटर पर चल रहा है। अचानक हुई बारिश के चलते गेटों की ऊंचाई बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
वर्तमान में डेम के खुले हुए गेटों से 711 क्यूमिक मीटर पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। उधर,पावर हाउस से भी 186 क्यूमिक मीटर पानी प्रति सेकंड छूट रहा है। इस लिहाज से दोनों निकासी को मिला कर लगभग 897 क्यूमिक मीटर पानी प्रति सेकंड छूट रहा है। बरगी डेम के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के मुताबिक पानी गिरने के हिसाब से ही आगे निर्णय लिया जाएगा।