Bhopal. मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एमपी में शराबबंदी को लेकर फिर मुखर हुईं हैं। उमा भारती ने 21 अप्रैल को ट्वीट कर नई शराब नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को नसीहत भी दी। उमा ने ट्वीट में लिखा कि मैं अभी दिल्ली में हूं। एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र से जानकारी हुई कि मेरे भाई जबलपुर की पाटन विधानसभा से विधायक अजय विश्नोई ने भी खुलेआम नई शराब नीति का विरोध किया है। एक अन्य ट्वीट में उमा भारती ने लिखा कि शराब व नशा यह राजनीतिक विषय नहीं हैं, सामाजिक विषय हैं। इस पर सबको बोलने का अधिकार है व ऐसे विषय पर फैसले लेते समय सामाजिक परामर्श लेना बहुत जरूरी होता है। किसानों के बारे में जो कानून बने थे, पीएम मोदी ने अपना बड़प्पन दिखाया और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसान कानून वापस लिए। यह पीएम मोदी के बड़प्पन व महानता की जीत थी। अभी पांच दिन पहले मेरी व सीएम शिवराज की एक घंटे आमने-सामने बैठकर बातचीत हुई है।
7. शिवराज जी ने कहा कि वह इस विषय पर आवश्यक परामर्श करके कोई निर्णय लेंगे। इस नई शराब नीति से खासकर महिलाएं एवं लड़कियां भौंचक्के हैं, वह हमसे इस तरह की अपेक्षा नहीं रखते हैं।
— Uma Bharti (@umasribharti) April 21, 2022
मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी होनी चाहिए
बीजेपी की फायरब्रांड नेत्री उमा भारती ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सुझाव दिया कि पूर्ण शराबबंदी का आग्रह हम नहीं कर रहे हैं, बल्कि क्रमिक शराबबंदी से फिर पूर्ण शराबबंदी की ओर बढ़ना चाहिए। मैंने उनसे कहा है कि प्रदेश की महिलाएं व शराब खोरी के खिलाफ सामाजिक लोग इतना तो चाहते ही हैं कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, जिनालय, बौद्ध मंदिर किसी भी धार्मिक स्थान के 500 मीटर के दायरे में कोई भी शराब की दुकान या अहाता नहीं होना चाहिए। स्कूल, अस्पताल, शिक्षण संस्थान इन से भी 500 मीटर की दूरी के अलावा, जब तक यह संस्थान खुले हैं, तब तक कोई भी शराब की दुकान व अहाता वहां पर बंद रहना चाहिए।
3. किसानों के बारे में जो कानून बने थे, मोदी जी ने अपना बड़प्पन दिखाया और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसान कानून वापस लिए, यह मोदी जी के बड़प्पन एवं महानता की जीत थी।
— Uma Bharti (@umasribharti) April 21, 2022
शराब पीकर ये करना हो दंडनीय अपराध
घर में 11 बोतल ले जाने की अनुमति व एक के बदले में एक मुफ्त बोतल दिए जाने की नीति से तो घर, गली, मोहल्ला, शराब से सराबोर हो जाएंगे। खुले में बैठकर सामूहिक रूप से शराब पीने के अहाते तो आबादी से बहुत दूर कहीं एकांत स्थानों पर होना चाहिए। शराब पीकर गाड़ी चलाना या सड़क पर पैदल चलना, दंडनीय अपराध हो। इतने कदम सरकार उठाए, फिर हम समीक्षा करते हुए धीरे-धीरे शराबबंदी की ओर बढ़ें। उमा भारती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा सीएम शिवराज ने कहा कि वह इस विषय पर आवश्यक परामर्श करके कोई निर्णय लेंगे। इस नई शराब नीति से खासकर महिलाएं व लड़कियां भौंचक्के हैं, वह हमसे इस तरह की अपेक्षा नहीं रखते हैं।
1. मैं अभी दिल्ली में हूं, एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र से जानकारी हुई कि मेरे भाई जबलपुर की पाटन विधानसभा से विधायक श्री अजय विश्नोई जी ने भी खुलेआम नई शराब नीति का विरोध किया है।
— Uma Bharti (@umasribharti) April 21, 2022