/sootr/media/post_banners/314709dc62f4992384233b1a125c4c01152671793b11eb70f81db5c506d4b771.jpeg)
Jabalpur. करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी कर चर्च की करोड़ों की जमीनों का सौदा करने के आरोपी बिशप प्रेमचंद उर्फ पीसी सिंह को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। बता दें कि एक दिन पहले गुरूवार को बिशप पीसी सिंह की ओर से जमानत याचिका दायर की गई थी जिसे ईओडब्ल्यू की आपत्ति के बाद अदालत ने खारिज कर दिया था।
आलीशान लाइफस्टाइल से जेल की कालकोठरी में पहुंचा बिशप
ईओडब्ल्यू ने जब बिशप पीसी सिंह के घर पर छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया था तो उसके घर से 1.65 करोड़ रुपए नगद, करीब 18 हजार रुपए की विदेशी मुद्रा, 80 लाख के जेवर समेत लाखों रुपए की कारें बरामद हुई थीं। अरबपतियों की तरह हाईफाई लाइफस्टाइल जीने वाले बिशप पीसी सिंह को अब जेल की काल कोठरी में रहना पड़ेगा। जहां उसे न तो कोई स्पेशल ट्रीटमेंट मिल पाएगा और जेल में कैदियों की संख्या को देखते हुए न ही अलग से कोई बैरक दी जाएगी। उसे आम कैदियों के साथ ही रहना पड़ेगा। अपने बर्तन और कपड़े खुद धोने पड़ेंगे और जेल का खाना खाना पड़ेगा।
पूछताछ में ईओडब्ल्यू को मिली काफी जानकारी
आरोपी बिशप पीसी सिंह से 4 दिन की रिमांड में ईओडब्ल्यू ने काफी कुछ जानकारी हासिल कर ली है। आरोप है कि क्रिश्चियन समाज को शिक्षा संस्थानों के लिए दी गई जमीनों को बिशप ने अनाधिकृत रूप से खुर्दबुर्द कर करोड़ों रुपए की उगाही कर ली। वहीं शैक्षणिक संस्थानों से मिलने वाली विद्यार्थियों की फीस के पैसे को न केवल ईसाई मिशनरीज को अवैध रूप से दिया बल्कि अपने उपभोग में भी लाया।
क्रिश्चियन समाज ने भी मुंह मोड़ा
दूसरी तरफ बिशप पीसी सिंह से क्रिश्चियन समाज ने भी मुंह मोड़ लिया है। जिस संस्था का बिशप पीसी सिंह स्वयंभू कर्ताधर्ता बना हुआ था, उस संस्था ने उसे फोर्स लीव पर भेज दिया है वहीं अन्य संस्थाएं उसके खिलाफ सीबीआई या ईडी से जांच कराने की मांग कर रही हैं। कोर्ट के आदेश के बाद बिशप 14 दिन जेल में रहेगा, वहीं इस मामले की सुनवाई में अदालत उसके आगे के भविष्य का फैसला करेगी।