भिंड (bhind) की भरौलीकला गांव के एक किसान की भैंस सिंध नदी के बाढ़ (flood) के पानी में बह गई थी। बाढ़ में भैंस (Buffalo) को बहता देख बिछौली गांव के सरंपच समेत तीन लोगों ने इसे पकड़ लिया। लेकिन तीनों में इसके बंटवारे को लेकर विवाद हो गया। बिछौली गांव के सरपंच विक्रम सिंह का कहना था कि राजवीर और राजेंद्र 10-10 हजार रुपए ले लें और भैंस मैं रख लूंगा। लेकिन तीनों के बीच बात नहीं बनी तो विवाद बड़ गया।
मालिक को सोशल मीडिया से मिली भैंस
तीनों के विवाद के दौरान गांव में किसी ने भैंस का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया (social media) पर डाल दिया। जिससे भैंस के मालिक ने अपनी भैंस को पहचान लिया। और भैंस के लिए अपनी दावेदारी पेश की। लेकिन सरपंच विक्रम सिंह ने भैंस मालिक को भैंस लौटाने की एवज में 50 हजार रुपए मांगे।
सरपंच का भैंस देने से इंकार
भैंस मालिक राहुल ने गांव के कुछ बुजुर्गों के साथ पंचायत भी लगाई। इसमें 35 हजार रुपए देना तय हुआ। इसके बाद राहुल ने एसपी मनोज कुमार सिंह से शिकायत कर दी। एसपी ने भी सरपंच को फोन किया। पहले तो सरपंच ने भैंस नहीं होने की बात कही। लेकिन कार्रवाई की डर से सरपंच ने भैंस लौटा दी।