भोपाल. प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में सीबीआई ने विशेष अदालत में नई चार्जशीट दाखिल की है। पीएमटी- 2013 में किए गए फर्जीवाड़े में इंदौर के राजेंद्र नगर थाने में दर्ज हुई FIR के आधार पर गुरुवार यानी 17 फरवरी को पेश की गई चार्जशीट में CBI ने कुल 160 लोगों को इस घोटाले में आरोपी बनाया है। नई चार्जशीट में 81 नए आरोपियों के नाम जोड़े गए हैं। इससे पहले कोर्ट में मप्र पुलिस की STF की और से दाखिल की गई चार्जशीट में 79 लोगों को आरोपी बनाया गया था। नई चार्जशीट में व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी, पूर्व DME (डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन) डॉ. एससी तिवारी और ज्वॉइंट डायरेक्टर डॉ. एनएम श्रीवास्तव के नाम जोड़े गए हैं।
तीन प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर भी आरोपी: पीएमटी-2013 में हुए घोटाले के मामले में पहले दाखिल की गई चार्जशीट में प्रदेश के तीन प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर भी आरोपी हैं। इनमें भोपाल के पीपुल्स के संचालक सुरेश विजयवर्गीय, चिरायु के डॉ. अजय गोयनका और इंदौर के इंडेक्स कॉलेज के सुरेश भदौरिया समेत 16 कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया गया है। इससे पहले सीबीआई इस घोटाले में 490 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर चुकी है। गुरुवार को सीबीआई ने इस मामले में सप्लीमेंट्री और फाइनल चार्जशीट पेश की।
समझिए कैसा था घोटाले का इंजन-बोगी सिस्टम: सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक (special public prosecutor) सतीश दिनकर ने बताया कि पैसा लेकर MBBS में एडमिशन दिलाने के लिए आरोपियों ने मिलीभगत कर इंजन-बोगी सिस्टम बनाया गया था। स्कोरर, इंजन के तौर पर आगे बैठता था, उसके पीछे कैंडिडेट को बैठाया जाता था। स्कोरर अपने पीछे बैठे कैंडिडेट को नकल कराता था। स्कोरर और कैंडिडेट को बैठाने की प्लानिंग में व्यापमं के अधिकारियों की बड़ी भूमिका थी।
कोर्ट में 12 मार्च तक चलेगी सुनवाई: CBI की विशेष अदालत में 17 फरवरी को पेश की गई CBI की चार्जशीट के आधार पर सभी आरोपियों की सुनवाई 22 फरवरी से शुरु होगी। आरोपियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से वर्किंग डे में 10-10 आरोपियों की सुनवाई होगी। ये सुनवाई 12 मार्च तक चलेगी।