मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर के नाम से इंदौर में संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय, संगीत संग्रालय खोले जाएंगे। इंदौर में लता मंगेशकर की प्रतिमा लगाई जाएगी। लता मंगेशकर के जन्मदिन पर उनसे नाम से पुरुस्कार भी दिया जाएगा। स्मार्ट पार्क सिटी में पौधारोपण के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने लता मंगेशकर की जन्मस्थली इंदौर के लिए यह घोषणा की।
इंदौर में स्व. लता मंगेशकर जी के नाम पर संगीत अकादमी स्थापित की जाएगी। एक संग्रहालय भी बनाया जाएगा, जिसमें लता जी ने जब भी, जो भी गाया है, वह उपलब्ध रहेगा। इंदौर में ही उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी और उनके जन्मदिन पर हर वर्ष लता मंगेशकर पुरस्कार दिया जाएगा: CM pic.twitter.com/E8pK1HLlR6
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) February 7, 2022
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने आज स्मार्ट उद्यान भोपाल में स्व. स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी याद में संगीत प्रेमियों के साथ वट वृक्ष लगाया। श्री चौहान ने कहा कि लता जी के जाने से मेरे मन में ऐसी रिक्तता आई है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती। pic.twitter.com/Rn5oR0SNHX
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लताजी की थी नर्मदा यात्रा करने की इच्छा: सीएम शिवराज ने कहा कि लता जी का जाना करोड़ों भारतवासियों के लिए क्षति हुई। क्योंकि उनके गीत नव उत्साह का संचार करते थे। लता जी के बिना न संगीत जाना जाएगा न यह देश जाना जाएगा। वह हमारे बीच अपने गीतों के जरिये बनी रहेगी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब 2017 में नर्मदा यात्रा की थी तब उन्हें लोगों को संदेश देने के लिए आमंत्रण देने बात हुई थी और उन्होंने नर्मदा यात्रा करने की इच्छा भी जताई थी। मगर उन्हें दुख था कि वे स्वास्थ्य कारणों से नर्मदा यात्रा नहीं कर पा रही हैं।
मप्र सरकार ने शुरू किया था लताजी के नाम पर सम्मान: एमपी में संगीत और कला के क्षेत्र में अभिनव योगदान के लिए लता अलंकरण पुरस्कार दिया जाता है। लता मंगेशकर 1983 में इंदौर में प्रस्तुति देने आई थीं। तब उनकी विदाई की भेंट स्वरूप तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने उनके नाम से यह सम्मान शुरू करने की घोषणा की थी। राष्ट्रीय स्तर का यह पहला ऐसा सम्मान है, जो किसी कलाकार के जीवित रहते उसके नाम पर शुरू किया गया। एक साल गायक और एक साल संगीतकार को दिया जाता रहा है। सबसे पहले 1984 में नौशाद को लता अलंकरण सम्मान मिला था।