GWALIOR . मालवा और राजस्थान से सटे इलाके में कई दिनों से हुई भीषण बारिश के चलते सभी बाँध लबालब हो गए हैं उन्हें बचाने के लिए उनके सभी गेट खोले गए हैं जिसके चलते चंबल,सिंध और पार्वती नदी में उफान आ गया है। इन नदियों एक आसपास बसे गाँवों में पानी भर गया है और सौ के आसपास गाँव का संपर्क सड़क से कट गया है। मुरैना और भिंड के जिला कलेक्टर और एसपी नदी के किनारे के गाँव में ही डेरा डाले हुए है और लोगों को सुरक्षित निकालकर इनके पुनर्वास की तैयारी में जुटे है। मणीखेड़ा बाँध से पानी छोड़े जाने से पैंतीस साल पुराना बड़गोर पुल जलसैलाव में बह गया। इससे पैंतीस गाँव का शहर आने -काने का रास्ता ही बंद हो गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शाम इन क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर से दौरा कर हालात का जायजा लेंगे।
मुरैना जिले के दो सौ गाँव बाढ़ की चपेट में
चम्बल नदी में अचानक आये उफान से जिले के दो सौ से ज्यादा गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए है। चम्बल की तलहटी में बसे गाँव में लोगों के घरों में पानी भर गया है। बाढ़ की आशंका के मद्देनजर दो दिन पहले से ही इन ग्रामों में मुनादी करके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जा रहा था इसलिए अभी तक किसी जन हानि या पशु हानि की खबर नहीं है लेकिन ।इसी तरह भिण्ड जिले में भी अटेर क्षेत्र में दर्जनों गाँव बाढ़ की चपेट में हैं। मुरैना के सबलगढ इलाके में नरे का पुरा और पहाड़गढ़ के पुरा में रहने वाले लोगों ने टापू पर रॉयत गुजारी । उन्हें सुरक्षित निकालने के प्रयास हो रहे हैं।
चम्बल खतरे के निशान से ऊपर
लगातार पानी बढ़ते जाने से चम्बल नदी में भीषण बाढ़ की संभावना बढ़ती जा रही है । आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोटा बैराज से लगातार 4 लाख 87 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है इससे मुरैना जिले में चंबल का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है । चंबल राजघाट पुल पर पानी खतरे के निशान से 5 मीटर ऊपर बह रहा है जलस्तर चिंताजनक स्तर तक पहुंच चुका है । चम्बल नदी का पुराना पुल पानी में डूब चुका है । देर शाम तक 145 मीटर तक जल स्तर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है । इससे तलहटी में बसे सैकडों गांव इस बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं । प्रशासन ने बीहड़ों पर फंसे लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया है । जिले के सबलगढ़ कैलारस अंबाह क्षेत्र के गांव में मोटर बोट पहुंच चुकी हैं और रेस्क्यु ऑपरेशन शुरू हो गया है ।
सीएम करेंगे हवाई सर्वे
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह विदिशा और गुना के बाद दोपहर बाद प्लेन से ग्वालियर आएंगे । वे एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर द्वारा सीधे एरियल सर्वे के लिए निकल जाएंगे । वे भिण्ड और मुरैना जिले के बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का हवाई सर्वे करेंगे । वे इस दौरान अधिकारियों से अनौपचारिक तौर पर चर्चा कर हालातों का जायजा लेकर जरूरी निर्देश भी देंगे ।