ग्वालियर. यहां के जिला प्रशासन ने एक कपल को 11 हजार 461 किलोमीटर दूर कर दिया। दरअसल, कनाडा की अनुप्रीत कौर ने ग्वालियर के नवजोत सिंह रंधावा से शादी की थी। दोनों की शादी को डेढ़ साल बीत चुके हैं। उनकी चार महीने की बच्ची भी है। लेकिन डेढ़ साल में ग्वालियर जिला प्रशासन (Gwalior district Administration) दोनों का मैरिज सर्टिफिकेट नहीं बना पाया। इस कारण पत्नी कनाडा (Canadian Women marriage certificate) में रह रही है। जबकि पति अपनी चार महीने की बच्ची के साथ ग्वालियर (Gwalior) के गोहद में रह रहा है।
सर्टिफिकेट के लिए 9 लाख रुपए खर्च
ग्वालियर कलेक्ट्रेट से मैरिज सर्टिफिकेट (Gwalior Collector Marriage certificate) नहीं मिलने के कारण कैनेडियन महिला अपने पति का स्पाउस वीजा नहीं बनवा पा रही है। अनुप्रीत ने बताया कि इसके लिए मैं तीन बार इंडिया आ चुकी है। इसमें मेरे 9 लाख रुपए खर्च हो गए। लेकिन मैंने एक बाबू को 10 हजार रुपए नहीं दिए तो हर बार किसी कागज का बहाना बनाकर हमारा मैरिज सर्टिफिकेट अटका दिया जाता है।
पूरे कागज फिर भी वीजा नहीं
40 वर्षीय अनुप्रीत कौर कनाडा (Canada Anupreet Kaur) में इंजीनियर है। जबकि 26 वर्षीय नवजोत शेफ का काम करते हैं। दोनों की मुलाकात रूस में हुई थी। जिसके बाद दाताबंदी छोड़ पर 7 नवंबर 2020 को दोनों की शादी हुई। गुरुद्वारे से मैरिज सर्टिफिकेट मिलने के बाद दोनों ने कलेक्ट्रेट में सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया। लेकिन डेढ़ साल में कलेक्ट्रेट के बाबूओं की वजह से दोनों का मैरिज सर्टिफिकेट नहीं बन पाया। इससे परेशान होकर 14 दिसंबर को महिला ने कलेक्ट्रेट में जमकर हंगामा किया।
महिला का प्रशासन को खुला चैलेंज
अनुप्रीत ने बताया कि मैं नौकरी रिजॉइन करने के लिए वापस जा रही हूं। अब 4 महीने की बच्ची बगैर मां के रहेगी। मैंने सारे डॉक्यूमेंट्स दिए हैं। मैं खुलेआम चैलेंज कर रही हूं कि जो भी कमी है बताइए मैं तत्काल पूरी करती हूं। पासपोर्ट वीजा सब कुछ है। अब मेरे पति वीजा नहीं होने के कारण कनाडा नहीं जा पा रहे हैं। उन्हें कनाडा में वीजा तब मिलेगा। जब मैं उनकी पत्नी बनूंगी।
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