गंजबासौदा. 8 बच्चों के कथित धर्मांतरण (Gajbasoda School student conversion) के मामले में हिंदू संगठनों का आक्रोश फूटा। हिंदू संगठनों ने भारी संख्या में इकठ्ठा होकर 6 दिसंबर को सेंट जोसेफ स्कूल (Saint Joseph School) का घेराव किया। दरअसल, बाल आयोग ने इस मामले में कलेक्टर को पत्र भेजा था कि मिशनरी स्कूल में बच्चों के कथित धर्मांतरण की शिकायत मिली है। जिसके बाद ये मामला गर्माया हुआ है।
ये है मामला
मामला 31 अक्टूबर 2021 सुबह 10 बजे का है। जब उद्या दीपम बोर्डिंग स्कूल (Udhya Deepam Boarding School) के 8 बच्चों का चर्च में क्रिश्चियन (Christianity) बनाने के लिए संस्कार किया गया। इसी को लेकर राष्ट्रीय बाल आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) में शिकायत की गई थी। साथ ही शिकायत में बताया गया था कि स्कूल को ऑस्ट्रिया और जर्मनी से अवैध फंडिग मिलती है। इसी कारण ये स्कूल धर्मांतरण के लिए बच्चों को प्रेरित करता है। जिसके बाद आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कलेक्टर को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए थे।
गरीब बच्चों का धर्मांतरण
नीलेश अग्रवाल ने बताया कि राकेश माथुर ने ये जमीन आंख के अस्पताल के लिए दी थी। लेकिन इस पर स्कूल संचालित हो रहा है। इसमें गरीब बच्चों का धर्मांतरण किया जा रहा है। साथ ही प्रदर्शन में शामिल हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि स्कूल में बच्चों को तिलक लगाने से रोका जाता है।
प्रशासन कर रहा मामले की जांच
प्रदर्शन के दौरान स्कूल प्रशासन और हिंदू संगठन के लोगों के बीच नोकझोंक भी हुई। वहीं, SDM रोशन राय ने बताया कि इस मामले की शिकायत की गई थी। इसमें मिशनरी स्कूल पर धर्म परिवर्तन के आरोप लगाए गए हैं। उसकी जांच के लिए इन्होंने ज्ञापन दिया है। मामले की जांच चल रही है। स्कूल के फादर और प्रशासन जांच के घेरे में हैं।
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