कमलेश सारडा, Neemuch. नीमच सांसद सुधीर गुप्ता ने वक्फ बोर्ड की 3 जिलों की संपत्ति की डिटेल मांगी है। इसको लेकर गुप्ता ने नीमच, मंदसौर और रतलाम के कलेक्टर्स को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि, वक्फ की संपत्ति कहां-कहां पर है, और ये किस स्त्रोत से मिली है। यह किसी के दान के द्वारा या किसी अन्य स्त्रोत से प्राप्त हुई है जिसका उपयोग सामाजिक रूप में किया जा रहा है। गुप्ता का कहना है कि, समाज का हर व्यक्ति शांति व कानून द्वारा निर्धारित व्यवस्थाओं का पालन करना चाहता है, लेकिन जानकारियों के अभाव के चलते कई बार विकट स्थितियों का निर्माण हो जाता है। ऐसी स्थिति में सामाजिक वर्ग संघर्ष की स्थिति का निर्माण न हो और इसे बचाने के लिए पारदर्शी व्यवस्था जरूरी है।
मनमाने तरीके से जमीन की नाम
अपने पत्र में आरोप लगाते हुए सुधीर गुप्ता ने लिखा कि, वक्फ बोर्ड के सर्वेयरों द्वारा कई जमीनों का सर्वे करवाया गया, और उन्होंने अपने तरीके से उन जमीनों को अपने रिकार्ड में चढ़ा लिया, और कहा कि किसी को आपत्ति हो तो वह वक्फ बोर्ड में शिकायत कर सकता है। बोर्ड का फैसला इस पर बंधनकारक होता है, क्योंकि इसे कोर्ट में चौलेंज नहीं किया जा सकता। लेकिन 2010 में राजस्थान सरकार द्वारा जिंदल ग्रुप को माइनिंग के लिए जमीन दी गई थी। इस जमीन को अपनी बताते हुए वक्फ बोर्ड ने पहले हाईकोर्ट और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील की, जहां सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि, बोर्ड ने क्या सर्वे किया है और क्या चढ़ाया है यह उनका निजी मामला है। सांसद सुधीर गुप्ता का कहना है कि, इस पत्र का आशय उनके संसदीय क्षेत्र में किसी तरह के अनावश्यक विवाद होने से रोकना है। ताकि पूरे संसदीय क्षेत्र में अमन शांति बनी रहे।